पंडित नेहरू पर वैचारिक हमले का जवाब देने का CM भूपेश ने खोज लिया फंडा

देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के आदर्शों और उनकी वैचारिकता की प्रासंगिकता को बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने इसके लिए नेहरू का भारत डॉट काम की वेबसाइट लांच की है।

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  • Updated On - November 14, 2022 / 10:15 PM IST

छत्तीसगढ़। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के आदर्शों और उनकी वैचारिकता की प्रासंगिकता को बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने इसके लिए नेहरू का भारत डॉट काम की वेबसाइट लांच की है। इसमें पंडित जवाहरलाल नेहरू की जीवनी पर आधारित इतिहास के उन तमाम पन्नों की पूरी आडियो विजुअल होगी, जिससे उनको पूरे विश्व में ख्याति मिली थी। अपने आवास पर इसे लांच करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि यह वेबसाइट देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के विचारों, व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित है। इसके जरिये नेहरु पर हो रहे वैचारिक हमलों का जवाब देने की भी कोशिश होगी।

पंडित नेहरू की मिलेगी आडियो-विजुअल सामग्री

एक थिंक टैंक पॉलिसी एनालिसिस, रिसर्च एंड नॉलेज फाउंडेशन ने यह वेबसाइट तैयार की है। वेबसाइट मकसद पंडित नेहरू के विचारों और उनके आइडिया ऑफ इंडियाज् से आम जनता को परिचित कराना है। इसके अंतर्गत डिजिटल पाक्षिक बुलेटिन भी शुरू किया जाना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, आधुनिक भारत की नीव रखने में जवाहरलाल नेहरु का योगदान अतुलनीय है। संचालकों ने बताया, पंडित जवाहर लाल नेहरू का मानवतावाद, हमारे समाज में वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ावा देने के बारे में उनकी गहरी चिंता, उनके धर्मनिरपेक्षता के प्रति समर्पण और हमारे देश में लोकतंत्र के मूल्यों को बनाए रखने के लिए उनकी प्रासंगिकता निरंतर बनी हुई है।

तर्क के जरिए उनकी सोच को आने वाली पीढ़ी को कराएंगे अवगत

समाज को आधुनिक तर्क सम्मत बनाने के लिए वैज्ञानिक सोच, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र की प्रक्रियाओं द्वारा निर्धारित अनिवार्यताओं पर विस्तार से काम करना होगा। नेहरू का भारत डॉटकॉम वेबसाईट की इन विचारों से आम जनता को अवगत कराने में प्रभावी भूमिका होगी। वेबसाइट के लोकार्पण समारोह में खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा, पार्क फाउण्डेशन के अध्यक्ष उमा प्रकाश ओझा, सचिव जीवेश चौबे, डॉ. राकेश गुप्ता, गौतम बंधोपाध्याय, पवन चन्द्राकर और हरजीत जुनेजा भी मौजूद रहे। उन्हाेंने बताया कि इसमें स्वतंत्रता संग्राम के बारे में भी प्रमाणिक जानकारी दी जाएगी।