DGP की सख्त चेतावनी: चाकूबाजों और नशेड़ियों पर चलेगा अभियान, जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के निर्देश
By : hashtagu, Last Updated : August 17, 2025 | 7:17 pm
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध और नशे के कारोबार पर नकेल कसने के लिए डीजीपी (DGP) अरुण देव गौतम ने अचानक रेंज अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली। शनिवार दोपहर 12 बजे शुरू हुई इस मीटिंग में उन्होंने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिया कि अब अपराध नियंत्रण के लिए सख्ती जरूरी है और पुलिस की मौजूदगी सड़कों पर दिखाई देनी चाहिए।
चाकूबाजों पर त्वरित एक्शन के निर्देश
प्रदेश में लगातार सामने आ रही चाकूबाजी की घटनाओं से डीजीपी नाराज दिखे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन घटनाओं पर तत्काल प्रभाव से कड़ी कार्रवाई हो और अपराधियों को कानून का डर महसूस हो। खासकर धमतरी की घटना जिसमें तीन युवकों की जान गई, ने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया है।
राजपत्रित अधिकारियों को फील्ड में उतरने के निर्देश
डीजीपी गौतम ने यह भी आदेश दिया कि अब केवल थानों तक सीमित रहकर काम नहीं चलेगा। सभी रेंज और जिलों के राजपत्रित अधिकारी फील्ड में उतरें, जनता से संवाद करें और यह सुनिश्चित करें कि आम नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस करें।
नशे के खिलाफ विशेष अभियान
राज्य में फैल रहे नशे के कारोबार पर भी डीजीपी ने चिंता जताई। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना परमिट के चलने वाली गाड़ियों, अवैध नशा व्यापार और नशे की गिरफ्त में आए युवाओं के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाए।
हाईकोर्ट की सख्ती के बाद तेज हुआ एक्शन
प्रदेश में बढ़ते अपराधों को देखते हुए हाल ही में हाईकोर्ट ने भी सख्त रुख अपनाया है। बिलासपुर रेंज आईजी, एसपी, डीजीपी, गृह सचिव और मुख्य सचिव से व्यक्तिगत एफिडेविट तलब किए गए हैं, जिसमें पूछा गया है कि प्रदेश में चाकूबाजी रोकने के लिए क्या ठोस उपाय किए गए हैं।
अब इस आपात बैठक के बाद यह संकेत साफ है कि पुलिस प्रशासन अपराध के खिलाफ आक्रामक मोड में आ चुका है। आने वाले दिनों में प्रदेशभर में कड़े चेकिंग अभियान, रात्रि गश्त और अपराधियों पर दबिश तेज होने की पूरी संभावना है।




