रायपुर। भ्रष्टाचार के मामलों में ईडी ने अपनी कार्रवाई को तेज रफ्तार दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में छापेमारी के दौरान नकदी और बैंक बैलेंस समेत लगभग ₹1.11 करोड़ मूल्य की चल संपत्ति जब्त की है। यह कार्रवाई जिला खनिज निधि (DMF) (Chhattisgarh DMF) घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच का हिस्सा है।
ईडी सूत्रों के अनुसार, यह मामला DMF के अधीन काम करने वाले ठेकेदारों पर छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के अधिकारियों और “राजनीतिक पदाधिकारियों” के साथ मिलीभगत करके सार्वजनिक धन की हेराफेरी करने के आरोपों पर केंद्रित है। धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत शुक्रवार और शनिवार को की गई छापेमारी में दोनों राज्यों में चार स्थानों को निशाना बनाया गया।
DMF, खननकर्ताओं द्वारा वित्तपोषित एक ट्रस्ट है, जिसे छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में खनन से संबंधित परियोजनाओं और गतिविधियों से प्रभावित लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए स्थापित किया गया है। एजेंसी ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा दर्ज किए गए तीन मामलों के आधार पर अपनी जांच शुरू की। इन मामलों में राज्य सरकार के अधिकारियों और राजनीतिक हस्तियों के साथ मिलकर कुछ DMF ठेकेदारों द्वारा सार्वजनिक धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया था, साथ ही डीएमएफ फंड के उपयोग में भ्रष्टाचार के दावे भी किए गए थे।
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