रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Chief Minister Vishnu Dev Sai) ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल विकास योजना की समीक्षा करते हुए खैरागढ़, सारंगढ़, सकती, रायगढ़ जिलों की शून्य प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने इसे चिंताजनक बताया और सभी कलेक्टर्स को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही, सूपेबेड़ा में किडनी रोगियों की बढ़ती संख्या पर गहरी चिंता व्यक्त की। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किडनी के मरीजों की संख्या घटाने के लिए तेजी से कार्य करें और जरूरत पड़ने पर दिल्ली से विशेषज्ञ बुलाकर काम करें, ताकि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम का लाभ रोगियों को मिल सके।
आमतौर पर सहज और सरल रहने वाले CM साय ने कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कड़े तेवर दिखाए। सभी जिला कलेक्टर को दो टूक कहा- भाषा पर संयम रखें, ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें, नहीं तो मैं करूंगा। दरअसल, पिछले दिनों बिलासपुर और राजनांदगांव में अफसरों ने छात्राओं को जेल भेजने की धमकी दी थी।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गरियाबंद के सूपेबेड़ा में किडनी रोगियों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि, किडनी के मरीजों की संख्या घटाने के लिए तेजी से कार्य करें। जरूरत पड़े तो दिल्ली से विशेषज्ञ बुलाएं। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम का रोगियों को लाभ मिले।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल विकास योजना की CM साय ने समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने खैरागढ़, सारंगढ़, सक्ती और रायगढ़ जिलों की शून्य प्रगति पर नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने कहा ये आंकड़े चिंताजनक हैं, कलेक्टर इस पर ध्यान दें। खैरागढ़ में चंद्रकांत वर्मा, सक्ती में अमृत विकास, रायगढ़ में कार्तिकेय गोयल और सारंगढ़ में धर्मेश साहू कलेक्टर हैं।
मनरेगा में मानव दिवस की सृजन कम होने पर CM साय ने बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के., कबीरधाम के जन्मेजय महोबे और बिलासपुर कलेक्टर अवनीश कुमार शरण पर नाराजगी जताई। उन्होंने कलेक्टर को ध्यान देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कलेक्टर और SP की कॉन्फ्रेंस 12 और 13 सितंबर को कर रहे हैं। पहले दिन प्रदेश भर से कलेक्टर रायपुर बुलाए गए हैं। 13 सितंबर को प्रदेशभर के SP की क्लास मुख्यमंत्री विष्णु लेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी संभागों के आयुक्त, कलेक्टर और SP को निर्देश जारी किए हैं।
प्रदेश के उन गांवों की जानकारी भी ली जा रही है, जिनका सर्वे नहीं हो पाया है। मनरेगा, PMGSY, NRLM, PMAY, अमृत सरोवर की प्रगति की समीक्षा इस बैठक में होगी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के तहत आयुष्मान कार्ड, पीएम जन औषधि केंद्र, चिरायु योजना, एनएचएम में वैकेंसी के बारे में पूछेंगे।इसी तरह स्कूल शिक्षा विभाग में पीएम श्री स्कूल, साइकिल वितरण योजना, बोर्ड परीक्षा परिणाम की जानकारी लेने के साथ ही मध्याह्न भोजन और उल्लास योजना की प्रगति की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा सीएम ट्राइबल वेलफेयर, महिला एवं बाल विकास, कृषि उद्यानिकी, मछली पालन, पशुपालन, खाद्य, सहकारिता योजनाओं की समीक्षा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, शासन की योजनाएं पूरी पारदर्शिता के साथ अंतिम पात्र व्यक्ति तक पहुंचे। इसके लिए सभी फ्लैगशिप योजनाओं में सैचुरेशन के लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि, जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गई जन समस्याओं पर त्वरित और प्रभावी कदम उठाएं।स्थानीय स्तर की समस्याएं वहीं निपटें, छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर लोगों को राजधानी न आना पड़े। साय ने कहा कि, 9 महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की गारंटी के अनुरूप प्रदेश को संवारने की दिशा में प्रयास किया गया है, किन्तु विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने के लिए कठिन परिश्रम की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल विकास योजना की समीक्षा करते हुए खैरागढ़, सारंगढ़, सकती, रायगढ़ जिलों की शून्य प्रगति पर नाराजगी जताई।
उन्होंने इसे चिंताजनक बताया और सभी कलेक्टर्स को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही, सूपेबेड़ा में किडनी… pic.twitter.com/EfjaFzQiQ5
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) September 12, 2024
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में सारंगढ़, बस्तर और खैरागढ़ में राजस्व मामलों की धीमी गति पर कड़ी नाराजगी जताई।
उन्होंने कलेक्टरों को राजस्व संबंधित कार्यों को तेज गति से निपटाने और समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। अविवादित नामांतरण, खाता… pic.twitter.com/ytyWBSwuDV
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) September 12, 2024
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