छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर मुठभेड़: 15 नक्सली ढेर, 1 करोड़ का इनामी भी मारा गया, 1000 जवानों ने 60 नक्सलियों को घेरा

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मुठभेड़ में कई बड़े नक्सली नेता, जिनमें सेंट्रल कमेटी और स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य शामिल हैं, मारे गए हैं।

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  • Publish Date - January 21, 2025 / 11:24 AM IST

गरियाबंद : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले (Gariabandh district) में सुरक्षाबलों ने ओडिशा सीमा पर एक बड़ी मुठभेड़ में 15 नक्सलियों को मार गिराया। इनमें से एक प्रमुख नक्सली जयराम उर्फ चलपति भी था, जिस पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था। रविवार रात से मंगलवार तक जारी रही इस मुठभेड़ में नक्सलियों के शव और उनके हथियार बरामद किए गए हैं। यह मुठभेड़ मैनपुर थाना क्षेत्र के कुल्हाड़ी घाट स्थित भालू डिग्गी के जंगलों में हुई, जहां सुरक्षाबलों ने लगभग 60 नक्सलियों को घेर लिया था। मुठभेड़ के दौरान फायरिंग रुक-रुक कर होती रही, जबकि ऑपरेशन में करीब 1000 जवान शामिल थे। इस दौरान कोबरा बटालियन का एक जवान भी घायल हुआ, जिसे हेलीकॉप्टर से रायपुर भेजा गया।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मुठभेड़ में कई बड़े नक्सली नेता, जिनमें सेंट्रल कमेटी और स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य शामिल हैं, मारे गए हैं। वहीं, ऑपरेशन की निगरानी छत्तीसगढ़ और ओडिशा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कर रहे थे। इस संयुक्त ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस, ओडिशा पुलिस और सीआरपीएफ की टीमें शामिल थीं।

मुठभेड़ की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया, और भाटीगढ़ स्टेडियम को छावनी में बदल दिया गया। इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किए गए थे। पुलिस ने इस दौरान तीन आईईडी भी बरामद किए। इस ऑपरेशन के दौरान मारे गए नक्सलियों के संबंध में पुलिस ने बताया कि इनमें से कुछ पर लाखों रुपये का इनाम घोषित था।

चार दिन पहले ही छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर भी एक मुठभेड़ में 18 नक्सलियों को मारा गया था, जिनमें सेंट्रल कमेटी मेंबर दामोदर भी था, जिस पर 50 लाख रुपये का इनाम था। सुरक्षा बलों की लगातार सफल मुठभेड़ों से नक्सलियों के नेटवर्क को गंभीर नुकसान पहुंचा है, और उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार की मुठभेड़ ने नक्सली संगठन को और कमजोर कर दिया है।