CG में ‘आंध्र प्रदेश’ के संस्कृति की दिखेगी झलक, शामिल होंगे कई ‘भाजपा’ नेता

By : madhukar dubey, Last Updated : January 24, 2023 | 5:30 pm

छत्तीसगढ़। (Jagdalpur) जगदलपुर में एक भारत-क्षेष्ठ भारत के तहत आनंद महोत्सव (Anand Mahotsav) में आंध्र प्रदेश के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक मिलेगी। इसमें कई राज्यों के भाजपा नेता भी शिरकत करेंगे। आज एक भारत, श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत आंध्र सांस्कृतिक आनंद महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय से लेकर प्रदेश स्तर और पड़ोसी राज्यों के भी नेता शामिल होंगे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश के कई राज्यों, शहरों में एकता को बढ़ावा देना है। ताकि, देश के अलग-अलग इलाकों में रह-रहे लोगों को आपस में एक दूसरे से जोड़ा जा सके।

एक भारत, श्रेष्ठ भारत के प्रदेश संयोजक श्रीनिवास राव मद्दी ने बताया कि, प्रदेश का पहला कार्यक्रम आंध्र प्रदेश सांस्कृतिक महोत्सव के रूप में जगदलपुर में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में स्थानीय और आंध्र प्रदेश के कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम और दक्षिण भारतीय वाद्य यंत्रों की कला दिखाएंगे। कार्यक्रम में संबंधित राज्यों के भाजपा नेता भी शामिल होंगे। जिसमें राष्ट्रीय महामंत्री डी. पुरंदेश्वरी, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, आंध्र प्रदेश के अध्यक्ष डी सोमा राजू, बस्तर संभाग प्रभारी और राजनांदगांव से सांसद संतोष पांडेय भी शिरकत करेंगे।

मंगलवार शाम करीब 5 बजे से कार्यक्रम शुरू होगा। श्रीनीवस राव मद्दी ने कहा कि, देश के नागरिकों में राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक एकता का भाव जगाना है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत विभिन्न राज्यों के स्थापना दिवस एवं प्रमुख त्योहारों को पूरे देश में उत्साह पूर्वक आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को एक दूसरे राज्यों की बोली-भाषा, इतिहास, संस्कृति, ज्ञान-विज्ञान के बारे में जानकारी मिलेगी।

क्या है एक भारत श्रेष्ठ भारत

लोगों में क्षेत्रवाद की जगह राष्ट्रवाद की भावना जागे। संस्कृति का आदान प्रदान हो। लोगों में प्रवासी की फीलिंग न हो। लोग यह सोचें कि हम किसी एक प्रदेश के नहीं भारत देश के रहने वाले हैं। प्रदेश प्रवक्ता दीपक म्हस्के ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी की अवधारणा है कि किसी को यह नहीं लगना चाहिए कि हम बाहर के हैं। आप भी हमारे, हम भी आपके, यही भाव पैदा करने के लिए ये कार्यक्रम किए जा रहे हैं। आंध्र प्रदेश, झारखंड, यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे 17 प्रदेशों में कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है।