छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में फसल विविधीकरण पर आधारित बागवानी की प्रदर्शनी मोह रही सबका दिल
By : hashtagu, Last Updated : November 6, 2024 | 3:46 pm
रायपुर, 06 नवंबर 2024/ छत्तीसगढ़ स्थापना राज्योत्सव 2024(Chhattisgarh Sthapana Rajyotsav 2024) में संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी द्वारा फसल विविधीकरण (crop diversification)पर आधारित आकर्षक जीवंत प्रदर्शनी तैयार की गई है, विभागीय स्टॉल में फल, पुष्प, सब्जी, औषधि आदि के उच्च गुणवत्ता वाले पौधे एवं प्रसंस्कृत उत्पाद जैसे जैम, सॉस, आचार आदि भी विक्रय किया जा रहा है, इन उत्पादों के प्रति लोग विशेष रूचि ले रहे हैं।
संचालनालय द्वारा बागवानी के जीवंत प्रदर्शन ने राज्योत्सव के पहले दिन से ही सैकड़ों लोगों को आकर्षित किया। किसान के साथ साथ आम नागरिक भी मनमोहक जीवंत प्रदर्शन देख बागवानी करने हेतु आकर्षित एवं प्रेरित हुए दिखाई दिए। स्टॉल में केला, आम, अमरूद, शिमला मिर्च, टमाटर, मीर्च, गुलाब, गेंदा, जरबेरा, लिची, पपीता आदि के पौधों के प्रदर्शन के साथ उसकी विस्तृत जानकारी भी प्रदर्शित की गई है। साथ ही बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से उद्यानिकी के प्रगतिशील कृषकों की सफलता की कहानी, उन्ही की ज़ुबानी सुनाई जा रही है।
इस अवसर पर जिला जशपुर से आए लीची के किसान उद्यान विभाग की ओर से जीवंत प्रदर्शन के समक्ष लीची की खेती करने के इच्छुक किसानों एवं आम जनों को जानकारी देते हुए खेती के अपने अनुभव भी साझा किए।छत्तीसगढ़ स्थापना राज्योत्सव 2024 में संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी द्वारा फसल विविधीकरण पर आधारित आकर्षक जीवंत प्रदर्शनी तैयार की गई है, विभागीय स्टॉल में फल, पुष्प, सब्जी, औषधि आदि के उच्च गुणवत्ता वाले पौधे एवं प्रसंस्कृत उत्पाद जैसे जैम, सॉस, आचार आदि भी विक्रय किया जा रहा है, इन उत्पादों के प्रति लोग विशेष रूचि ले रहे हैं।
संचालनालय द्वारा बागवानी के जीवंत प्रदर्शन ने राज्योत्सव के पहले दिन से ही सैकड़ों लोगों को आकर्षित किया। किसान के साथ साथ आम नागरिक भी मनमोहक जीवंत प्रदर्शन देख बागवानी करने हेतु आकर्षित एवं प्रेरित हुए दिखाई दिए। स्टॉल में केला, आम, अमरूद, शिमला मिर्च, टमाटर, मीर्च, गुलाब, गेंदा, जरबेरा, लिची, पपीता आदि के पौधों के प्रदर्शन के साथ उसकी विस्तृत जानकारी भी प्रदर्शित की गई है। साथ ही बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से उद्यानिकी के प्रगतिशील कृषकों की सफलता की कहानी, उन्ही की ज़ुबानी सुनाई जा रही है।
इस अवसर पर जिला जशपुर से आए लीची के किसान उद्यान विभाग की ओर से जीवंत प्रदर्शन के समक्ष लीची की खेती करने के इच्छुक किसानों एवं आम जनों को जानकारी देते हुए खेती के अपने अनुभव भी साझा किए।
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