रायपुर। आरक्षण के मुद्दे को लेकर आज भी आदिवासी समाज नाराज है। इसके लिए वह कांग्रेस और बीजेपी दोनों को ही जिम्मेदार मानता है। इसकी झलक शहीद स्मारक पर आयोजित अनुसूचित जनजाति सम्मेलन (Scheduled Tribes Conference) में दिखी। इस मौके पर अमरजीत भगत (Amarjit Bhagat) मंच पर बोलने पहुंचे तो आरक्षण मुद्दे पर उनके द्वारा की गई टिप्पणी से कुछ लोग नाराज हो गए। मंत्री के भाषण के बीच खड़े होकर विरोध जताते हुए लोगों ने जमकर हंगामा किया। दरअसल, ये पूरा आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग का था और इस कार्यक्रम में प्रदेशभर से आदिवासी समाज के लोगों को बुलाया गया था। इधर एक बार फिर कवासी लखमा ने कहा कि, आदिवासी हिन्दू नहीं है। इसलिए अलग धर्म कोड की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के आदिवासी दिल्ली कूच करेंगे।
मंच पर अमरजीत भगत भाषण दे रहे थे। इस बीच आरक्षण को लेकर उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाना शुरू कर दिया। तो वहां भाषण के बीच विरोध कर रहे लोगों ने आरक्षण वापस दो के नारे लगाए। आदिवासी समाज के विधायकों को भी जमकर कोसा। मौजूद भीड़ से किसी ने कहा कि, हमारे 29 विधायकों में कोई भी आरक्षण के लिए कुछ नहीं कर पाया। विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे लोगों को अमरजीत भगत ने बैठने की हिदायत दी। लेकिन उनका हंगामा लगातार जारी रहा। मंत्री अमरजीत भगत ने भी हंगामें के बीच अपना भाषण जारी रखा। इधर हंगामे के बीच मंत्री के सुरक्षाकर्मी विरोध कर रहे लोगों को शांत कराने पहुंचे थे। लेकिन उन्हें भी लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ी। इस बीच मंत्री अमरजीत भगत अपना भाषण देकर निकल गए।