Inside political story : पूर्व मंत्रियों के ‘कब्जे’ का सियासी बवंडर! BJP ने क्यों ‘लखमा’ के बहाने ‘कांग्रेस’ की खोली पोल

By : hashtagu, Last Updated : March 23, 2024 | 7:06 pm

  • बीजेपी ने कहा-लखमा ने आदिवासी बेटियों की जमीन पर डाला डाका

  • कांग्रेस ने आदिवासी बेटियों की जमीन हथिया कर उनका हक छीन लिया – भाजपा

  • वर्तमान कांग्रेस विधायक लखमा द्वारा उपलब्ध कराए गए सरकारी धन से कांग्रेस का कार्यालय बनवा लिया-भाजपा

  • जिस जमीन पर कांग्रेस कार्यालय और शॉपिंग काम्प्लेक्स बनाया गया है, वहां आदिम जाति कल्याण एवं विकास विभाग का कन्या छात्रावास था

  • लखमा ने कांग्रेस कार्यालय बनाने के नाम पर बेशकीमती सरकारी जमीन हड़पकर वहाँ दुकानें बनवा लीं और फिर उन दुकानों को कांग्रेस नेताओं के हवाले कर दिया गया

  • रायपुर। भारतीय जनता पार्टी (BJP) कहा है कि पूर्व मंत्री द्वय अमरजीत भगत और शिव डहरिया के मामले सामने आने के बाद अब कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री कवासी लखमा (Former minister Kawasi Lakhma) के भी सरकारी जमीन हथियाने के हुए ताजा खुलासे ने प्रदेश को इसलिए भी शर्मसार किया है, क्योंकि लखमा ने सत्ता और पद का दुरुपयोग कर कांग्रेस कार्यालय बनाने के नाम पर बेशकीमती सरकारी जमीन हड़पकर वहाँ दुकानें बनवा लीं और फिर उन दुकानों को औने-पौने दाम पर कांग्रेस नेताओं के हवाले कर दिया गया।

    भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री त्रय जगदीश (रामू) रोहरा, रामजी भारती और भरतलाल वर्मा ने कांग्रेस शासनकाल में मंत्रियों द्वारा सरकारी जमीनें हड़पने और भ्रष्टाचार के अब हो रहे नित-नए खुलासों को लेकर कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि पाँच साल तक कांग्रेस के राज में जमीन माफियाओं ने जो अंधेरगर्दी मचाई थी, उसको संरक्षण इसीलिए मिल रहा था क्योंकि कांग्रेस सरकार के मंत्री ही खुद सरकारी जमीनें हथियाने की होड़ में लगे थे। भाजपा महामंत्रियों ने कहा कि बस्तर संभाग के सुकमा जिले की कोंटा नगर पंचायत क्षेत्र में आदिम जाति कल्याण एवं विकास विभाग के कन्या छात्रावास की सरकारी जमीन पर पूर्व मंत्री लखमा के चहेते कांग्रेस नेताओं व पार्षदों ने कब्जा कर लिया। उसके बाद तत्कालीन मंत्री और वर्तमान कांग्रेस विधायक लखमा द्वारा उपलब्ध कराए गए सरकारी धन से कांग्रेस का कार्यालय बनवा लिया।

    यही नहीं इस तथाकथित कार्यालय के सामने वाले हिस्से पर चार दुकानें भी बनवा ली गईं। दुकानों के निर्माण के लिए भी सरकारी धन का उपयोग किए जाने की खबर है। भाजपा महामंत्रियों ने कहा कि अगर मान भी लें कि कांग्रेस कार्यालय बनाने के लिए पार्टी फंड से राशि लगाई गई है, तो भी पार्टी फंड के दुरूपयोग का मामला तो बनता ही है क्योंकि जिन दुकानों को बनाने के लिए पाँच-पाँच लाख रुपए की लागत आई है, उन्हें तीन-तीन लाख रुपए में बेच जो दिया गया है। इस तथाकथित कांग्रेस कार्यालय का उद्घाटन स्वयं कवासी लखमा ने किया था।

    भाजपा महामंत्री त्रय श्री रोहरा, श्री भारती व श्री वर्मा ने इस पूरे मामले को शर्मनाक बताते हुए कहा कि जिस कांग्रेस में नेतृत्व पर टिकटों की खरीद-फरोख्त, प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष पर पार्टी फंड में गबन करने के आरोप सार्वजिनक तौर पर लगे हैं और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज उससे नावाकिफ होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं, उस प्रदेश नेतृत्व से यह उम्मीद करना तो निरा बेमानी होगा कि वह पार्टी फंड के दुरुपयोग को लेकर सख्त होगा। भाजपा महामंत्रियों ने कहा कि जिस जमीन पर कांग्रेस कार्यालय और शॉपिंग काम्प्लेक्स बनाया गया है, वहां आदिम जाति कल्याण एवं विकास विभाग का कन्या छात्रावास था। सालों से इस छात्रावास में रहकर कोंटा अंचल की आदिवासी बेटियाँ शिक्षा ग्रहण करती आ रही थीं। आदिवासी बेटियों की जमीन हथिया कर उनका हक छीन लिया। आज भी प्रशासन इस अवैध कब्जे के खिलाफ कोई कार्रवाई करता नहीं दिख रहा है।

    भाजपा महामंत्री त्रय रोहरा, श्री भारती व श्री वर्मा ने प्रदेश के स्कूलों में घटिया सामग्रियों की खरीदी और आपूर्ति के मामले को लेकर भी कांग्रेस सरकार को भ्रष्ट बताते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की सबसे चर्चित योजनाओं में शामिल आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों में फर्नीचर सप्लाई में बड़ा घोटाला हुआ है।

    • अकेले रायपुर जिले में 2 साल में करोड़ों की लागत से जिन टेबल-बैंच की सप्लाई हुई, वह टूटने लगे हैं। लोहे के फ्रेम में प्लाई नहीं, बल्कि बुरादे की सीट लगी हैं। छात्र इन्हीं टूटे फर्नीचर में बैठने को मजबूर हैं। स्थिति यह है कि स्कूल प्रबंधन इन्हें कबाड़ में डाल रहा है, क्योंकि बुरादे की सीट्स की मरम्मत नहीं हो रही। उनमें स्क्रू तक नहीं कसे जा सक रहे हैं और पानी पड़ने पर सीट गल रही है। भाजपा महामंत्रियों ने इस आशय की खबरों के परिप्रेक्ष्य में कहा कि इसकी पड़ताल के दौरान खुलासा हुआ कि फर्नीचर की खरीदी छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (सीएसआईडीसी) से रजिस्टर्ड फर्मों से हुई है। सप्लायर ने सीधे स्कूलों में फर्नीचर सप्लाई किए। प्राचार्यों को दी गई पावतियों में सिर्फ फर्नीचर की संख्या दर्ज है, लागत नहीं। स्कूलों में 50 सेट (50 टेबल, 50 बैंच) से लेकर 260 सेट सप्लाई हुए हैं। भाजपा महामंत्रियों ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश सरकार भ्रष्टाचार की सारी हदें पार करके किस शर्मनाक स्तर तक पहुँची थी, इन मामलों के खुलासों से यह आईने की तरह एकदम साफ हो गया है। प्रदेश की भाजपा सरकार अब ऐसे तमाम मामलों की जाँच करके दोषियों को सलाखों के पीछे डालेगी।

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