जशपुर। (Jashpur) धर्म जागरण समन्वय विभाग एवं आर्य समाज के तत्वावधान में माता पुजारी सम्मेलन बूढ़ीमाई धाम, चिकनीपाली के इमलीपारा ( बागबहार, जशपुर) में 36 परिवार के 250 धर्मांतरित सदस्यों की सनातन धर्म मे वापसी हुई। अखिल भारतीय घर वापसी अभियान के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव (Prabal Pratap Singh Judeo) ने पूजा अर्चना एवं शुद्धिकरण हवन के पश्चात उनके पैर गंगाजल से धोकर “घरवापसी” कराई।
कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साय, सरपंच संघ, डॉ. बीएल भगत, कैलाश अग्रवाल, पंत राम भगत (वनवासी कल्याण आश्रम) सुरेंद्र बेसरा, आनंद शर्मा एवं अन्य लोगों का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में विशेष रूप से आचार्य राकेश जी की उपस्थित रही, जो कि संत पदयात्रा के नेतृत्वकर्ता के रूप में हिंदुत्व की रक्षा के लिए शुरू हुई जशपुर से रायपुर पदयात्रा में निकले हैं ।
प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने बताया कि जनजातियों के धर्मान्तरण के पीछे राष्ट्र को खंडित करने का षड्यंत्र है। प्रदेश में लगातार बढ़ रहे धर्मांतरण एवं बस्तर संभाग के नारायणपुर में आदिवासी समाज के ऊपर होते मिशनरी अत्याचार से जनजातीय संस्कृति को नष्ट करने की मिशनरी माफियाओं का गहरा षड्यंत्र है।
हमारे लोगों की दिनदहाड़े हत्याएँ हो रही हैं।प्रशासनिक अधिकारियों के ध्यानाकर्षण के बावजूद सरकार की निष्क्रियता शक के दायरे में है।इसके विरोध में पूरे हिंदू समाज को संगठित होने की जरूरत पर जोर देते हुए प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा अगर सनातनी एक नहीं हुए तो देश टूट जायेगा।