छत्तीसगढ़ का ‘कण-कण’ बोला ‘जय-जय श्रीराम’! ‘गाथा श्रीराम मंदिर की’ संगीतमय प्रस्तुति

सुबह से ही रायपुर सहित प्रदेश के जिलों में श्रीराम झांकी और प्रभात फेरी का आयाेजन (Prabhat Pheri event) किया गया। हर तरफ रामचरित मानस पाठ

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  • Updated On - January 21, 2024 / 02:14 PM IST

  • श्री राम मंदिर से जुड़े 500 वर्षों के इतिहास पर ऐतिहासिक लाइव प्रस्तुति के गवाह बने राजधानीवासी
  • श्री रामलला के ननिहाल छत्तीसगढ़ में पहली बार हुई संगीतमय प्रस्तुति
  • रायपुर। सुबह से ही रायपुर सहित प्रदेश के जिलों में श्रीराम झांकी और प्रभात फेरी का आयाेजन (Prabhat Pheri event) किया गया। हर तरफ रामचरित मानस पाठ और कीर्तन की गूंज चहुंओर गूंजित हो रहा है। सभी में गजब का उत्साह है। अयोध्या में श्रीरामलाल की प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Shri Ramlal’s life consecration ceremony) से पूर्व पूरा माहौल राम मय हो चुका है। क्या गांव क्या शहर हर घर में राम के संकीर्तन और पाठ की गूंज है। पूरे प्रदेश में इस महोत्सव की धूम मची है। गली मोहल्ले सभी जगह भगवा ध्वज और पताकाएं लहरा रहे हैं। सभी के मन में बस राम की धुन है। ऐसा लग रहा है कि प्रभु श्रीराम के ननिहाल का कण-कण जयश्रीराम बोल रहा है।

कल शाम को देररात की श्रीराम जन्मभूमि से जुड़े 500 वर्षों के इतिहास की गाथा की प्रस्तुति आज राजधानी रायपुर स्थित पुलिस ग्राउंड में दी गई। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन एवं संस्कृति, धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की विशेष उपस्थिति में छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित होकर राजधानी की जनता ने गाथा श्रीराम मंदिर की संगीतमय लाइव प्रस्तुति का आंनद लिया। यहां मुम्बई से आए श्री मोहित शिवानी के हृदय बैंड ने गाथा प्रस्तुति के क्रम में 500 साल पहले आक्रांताओं द्वारा मंदिर तोड़े जाने और इसके बाद से शुरू श्रीराम जन्मभूमि को मुक्त कराने के संघर्ष की गाथा सुनाई। इस 75 मिनट की गाथा में अयोध्या में श्रीराम मंदिर के 2000 से अधिक वर्षों के इतिहास की संगीतमय प्रस्तुति दी गई।

  • संगीतमय गाथा की प्रस्तुति श्रीराम जन्म से शुरू होकर अयोध्या पर हुए आक्रांताओं के तमाम हमलों और अयोध्या के रक्षकों की चर्चा हुई। इस गाथा के जरिए हर उस महत्वपूर्ण व्यक्ति का उल्लेख किया गया, जो अयोध्या और श्रीराम मंदिर से सम्बद्ध है। साथ ही राजा विक्रमादित्य और माँ अहिल्याबाई होल्कर द्वारा मंदिर के जीर्णाेद्धार, बैरागी साधुओं के संघर्ष, गर्भगृह से रामलला का निकाला जाना, गर्भगृह में रामलला का प्रकट होना, कार सेवक, कोठारी बन्धुओं के बलिदान, राजनीतिक उथल-पुथल और वर्तमान निर्माणाधीन मंदिर की भव्यता, दिव्यता और उसके पीछे केंद्र और राज्य सरकार के संकल्प का चित्रण किया गया।

संगीतमय श्रीराम गाथा में श्रीराम चंद्र कृपालु भज मन, हमारे साथ श्री रघुनाथ, हनुमान चालीसा जैसे अनेक भक्तिमय भजनों की प्रस्तुतियों से पूरा माहौल राममय हो गया। उपस्थित जन तालियों की थाप के बीच राम भजन से मंत्रमुग्ध हुए।

इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पांडेय, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक उद्धेश्वरी पैकरा, विधायक रोहित साहू, विधायक अनुज शर्मा, गुरु खुशवंत साहेब उपस्थित रहे। बृजमोहन अग्रवाल ने इस भव्य आयोजन के लिए आयोजक, प्रस्तुतकर्ता और उनकी पूरी टीम को बधाई दी।

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