रायपुर। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक (Former Assembly Speaker Dharamlal Kaushik) ने छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या में कमी को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार पर तंज कसा उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में लगातार बाघों की संख्या में कमी (Reduction in The Number of Tigers) आ रही है। उन्होंने कहा कि अभ्यारणों में अब तक 500 करोड़ खर्च होने के बाद भी बाघों की संख्या बढ़ने के बजाय घट रही है और प्रदेश की सरकार इसे रोकने में असफल साबित हुई है। उन्होंनें कहा कि यदि हम मध्यप्रदेश, कर्नाटक और गुजरात जैसे प्रदेशों की बात करें तो बाघों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। हाल ही में बाघों के दो खाल मिले थे जिससे दो बाघों की संख्या कम हो गई।
इसी प्रकार अन्य प्राणियों की बात करें तो लगातार करंट के माध्यम से, पॉइजन के माध्यम से अन्य जो जीव व प्राणी है उनकी हत्या लगातार हो रही है किन्तु आर्श्चयजनक वाली बात है कि जिसे जंगल का राजा कहा जाता है, जिसे पूरे देश का शान माना जाता है उस प्राणी को भी छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार छोड़ने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार यदि प्रदेश में मुख्य प्राणी की भी चिंता नहीं कर सक रही है वे प्रदेश के अन्य प्राणियों व जनता की चिंता क्या करेगी। सवाल यह है कि आखिर करोड़ों की राशि खर्च करने के बाद भी बाघों की संख्या क्यों घट रही है? और जो बाघों के खाल मिल रहे है इससे स्पष्ट है कि जो आरोप भाजपा लगा रही है कि अंतर्राज्यीय गिरोह शामिल है वे सत्य साबित हो रही है और यदि यह गिरोह छत्तीसगढ़ में शामिल होंगे तो प्रदेश के लिये दुर्भाग्यजनक स्थिति है।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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