रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Legislative Assembly) के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (Narayan Chandel) ने विधानसभा में नक्सली हिंसा में भाजपा कार्यकर्ताओं के मारे जाने के संबंध में चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर स्थगन प्रस्ताव के संदर्भ में सरकार के आचरण को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि सरकार चर्चा से भाग रही है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि जिस तरह की वारदात हो रही हैं, नक्सली वारदात में पिछले एक माह में हमारे 4 कार्यकर्ताओं की शहादत हुई है, लगातार हमारे जवान भी मारे जा रहे हैं, धर्मांतरण दुर्भाग्यपूर्ण है, आम आदमी भय से ग्रस्त है। इस पर आज भारतीय जनता पार्टी विधायक दल ने विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव रखा। हम लोगों ने बोलना शुरू किया लेकिन दुर्भाग्य है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव की चर्चा से इनकार कर दिया। चर्चा करने से भाग गई।
विपक्ष के प्रस्ताव को अहमियत नहीं दी गई और परिस्थितियां विधानसभा में यह बनी कि छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री सदन को बाधित करते हैं। चर्चा नहीं होने देते। विपक्ष को बोलने नहीं दिया जा रहा। यह लोकतंत्र का सीधा अपमान है। लोकतांत्रिक व्यवस्था से खिलवाड़ है।
छत्तीसगढ़ की विधानसभा में सदन में चर्चा नहीं करेंगे तो कहां करेंगे। चर्चा से रोका जाता है। सरकार चर्चा से पलायन करती है। यह सरकार चर्चा करने से कतराती है। आज छत्तीसगढ़ विधानसभा का अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण दिन था। हम चर्चा चाहते थे। हम आज भी चर्चा चाहते हैं। हम महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सदन में चर्चा करना चाहते हैं। कांग्रेस सरकार से जवाब चाहते हैं लेकिन कांग्रेस संसदीय मर्यादाओं का अपमान कर रही है और जनता के मुद्दों से भाग रही है।