‘ED’ से बचने हर ‘पैतरेंबाजी’ में गंवाए 20 लाख, ठगे गए परिजन

(ED) कहते हैं जब आफत आती है तो कुछ सूझता नहीं है। सही बात है कि व्यक्ति नहीं समय ताकतवार होता है। एक समय था कि एक इशारे पर करोड़ाें रुपए का वारा न्यारा कर देते थे।

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  • Updated On - January 27, 2023 / 07:49 PM IST

छत्तीसगढ़। (ED) कहते हैं जब आफत आती है तो कुछ सूझता नहीं है। सही बात है कि व्यक्ति नहीं समय ताकतवार होता है। एक समय था कि एक इशारे पर करोड़ाें रुपए का वारा न्यारा कर देते थे। लेकिन जब कर्मों की हांडी भर जाती है तो जो लोग आगे-पीछे घूमते थे, वो भी साथ छोड़कर चले जाते हैं। नतीजा वह जेल की सलाखों से बाहर निकलने के लिए इस कदर छटपटा रहे हैं, उसके परिजन भी इस मुसीबत से निकालने के लिए हर जुगत लगाने में भिड़ गए। पर क्या पता था, जिस बेटे को छुड़ाने के लिए 20 लाख रुपए किसी गैर व्यक्ति को दे दिया लेकिन वह तो ठगों का महाठग निकला। बहरहाल, अब पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए मुंबई गई थी। जहां उसे गिरफ्तार कर रायपुर लाया जा रहा है। मनी लांड्रिंग (money laundering) के मामले में फंसे आरोपी के परिजनों से लाखों ठग लिए।

बता दें, छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई जारी है। मनी लॉन्ड्रिंग और कोल के अवैध लेन-देन के मामले में अफसर और कारोबारियों की धरपकड़ और पूछताछ जारी है। इस बीच हैरान करने वाला एक और कांड का खुलासा हुआ है। प्रदेश में जारी छापेमार कार्रवाई और गिरफ्तारियों से कई कारोबारी और अफसर घबराए हुए हैं। ईडी से बचने के पैंतरे आजमा रहे हैं। इसी का फायदा उठाने का प्रयास एक ठग ने किया है।

ठग ने ऐसे दिया आरोपी के परिजनों को झांसा

मनी लांड्रिंग के मामले में फंसे एक आरोपी के परिजनों से इस ठग ने कह दिया कि प्रवर्तन निदेशालय में मेरी पहचान के अफसर हैं, सबसे मेरी सेटिंग है, २० लाख दो और तुम्हारा नाम केस से हटवा दूंगा। खबर है कि जांच में फंसे शख्स के परिजनों ने रुपए दे भी दिए। मगर काम नहीं हो सका तो मामला खुला। आखिरकार इस व्यक्ति को मुंबई से पकड़कर रायपुर लाया जा रहा है। शुक्रवार शाम को इसे कोर्ट में पेश किया जा सकता है। ईडी से स्थानीय पुलिस को सौंप सकती है।