रायपुर, 25 जुलाई (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में इंसान के साथ मवेशियों (cattle) को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करने की दिशा में कदम बढ़ाया गया है। अब यहां मवेशियों के इलाज के लिए जल्द ही मोबाईल वेटनरी वाहन (mobile veterinary van) प्रारंभ किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गौ-पालन और डेयरी उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य शासन ने अनेक कदम उठाए हैं। गोधन न्याय योजना शुरू की गई है। इसी कड़ी में अब प्रदेश में हाट-बाजार क्लीनिक योजना की तर्ज पर मवेशियों के इलाज के लिए जल्द ही मोबाईल वेटनरी वाहन प्रारंभ किए जाएंगे।
मोबाईल वेटनरी वाहन तय कार्यक्रम के अनुसार गौठानों में पहुंचेंगे जहां ग्रामीण अपने मवेशियों का इलाज करा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डेयरी उद्योग को दिए जा रहे प्रोत्साहन से दूध के उत्पादन में 50 हजार लीटर की वृद्धि हुई है। उन्होंने सर्व यादव समाज से राज्य शासन की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाकर डेयरी सेक्टर को मजबूत करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधि मंडल को संबोधित करते हुए कहा कि विभिन्न विधानसभाओं में भेंट-मुलाकात के दौरान यादव समाज सहित सभी समाजों को रियायती दर पर जमीन तथा भवन निर्माण के लिए आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। सामाजिक भवन होने से विभिन्न समाजों को सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन में सहूलियत होगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए खेती-किसानी, पशुपालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। गौठानों को रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकसित कर वहां महिलाओं और युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
हाल ही में टाटा टेक्नालाजिस के साथ 36 आईटीआई के उन्नयन के लिए 1188 करोड़ रूपये की परियोजना का एमओयू किया गया है। इन आईटीआई में युवाओं को आधुनिक ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे युवाओं को आसानी से रोजगार के बेहतर अवसर मिल सके।