बर्खास्त शिक्षकों के आंदोलन को प्रियंका वाड्रा और भूपेश का मिला समर्थन, एक्स पर वीडियो पोस्ट कर ये लिखा
By : madhukar dubey, Last Updated : January 13, 2025 | 7:18 pm
इधर प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ का यह वीडियो देश के युवाओं की दुर्दशा का एक छोटा सा उदाहरण है। प्रदेश में 33 हजार शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं और 1 लाख नौकरी देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार ने 3 हजार शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया। ये लड़कियां नौकरी की गुहार लगाते हुए इस कड़ाके की ठंड में सड़क पर हैं। कांग्रेस ने कहा कि प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों की प्रदर्शन के समर्थन में कांग्रेस पार्टी उनके साथ है। उनकी मांगों को पूरा करने के लिए कांग्रेस भी उनके साथ खड़ी है।
ठिठुरती ठंड के चलते अब तक 14 शिक्षकाएं अस्पतालों में भर्ती
ठिठुरती ठंड के चलते अब तक 14 शिक्षकाएं अस्पतालों में भर्ती की गई है। सरकार का यह निर्णय वार्ताकारों के अनुसार गलत है बिना सोचे समझे लिये गये इस निर्णय से ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में अध्ययनरत एक लाख से अधिक बच्चे प्रभावित हुए है। सुदूर आदिवासी अंचलों में सेवा दे रहे शिक्षकों से ज्ञान अर्जित कर कई विद्यार्थी नवोदय विद्यालय में भी चयनित हुए है।
विधिवत तरीके से हुई है भर्ती
छत्तीसगढ़ शासन शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2023 में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा चार मई 2023 को विज्ञापित पदों के अनुसार बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन लेने की सूचना दी गई थी जिसके तहत 2897 शिक्षकों की भर्ती विधिक तरीके से की गई थी। सीधी भर्ती के तहत छत्तीसगढ़ राज्य भर्ती नियम 2019 के तहत तत्कालीन राज्यपाल के अनुमोदित गजट के अनुसार भर्ती की गई।
तीन हजार परिवार प्रभावित -संकल्प वर्मा
चयन प्रक्रिया के माध्यम से 3 हजार शिक्षकों में से 71 प्रतिशत एसटीएससी समुदाय से शिक्षकों की भर्ती की गई। अचानक वर्तमान राज्य सरकार द्वारा बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों की नियुक्ति को नियमों का पालन न कर बर्खास्त कर दिया गया। जिसके लिए हाईकोर्ट में रिट क्रमांक 35 41/2023 में अवमानना प्रकरण 970/2024 के परिणामस्वरूप शिक्षकों की सेवाएं 30 दिसंबर से समाप्त करने की प्रक्रिया चालू हुई जिसके चलते शिक्षकों के 3 हजार पविार सड़क पर आ गये है। उक्त मामले को लेकर प्रेस क्लब रायपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता में प्रदेश अध्यक्ष संकल्प वर्मा छग बचाव आंदोलन के अध्यक्ष आलोक शुक्ला छग किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते एवं छग मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता कलादास डहरिया ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि बर्खास्तगी की समाप्ति को लेकर बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षक तूता धरनास्थल में विगत चार जनवरी से अनशन पर बैठे हैं।
छेरछेरा दान में सरकार शिक्षकों को नौकरी में करंे बहाल
आलोक शुक्ला के अनुसार जब तक शिक्षकों की नौकरी बहाल नहीं होती हम अपना समर्थन शिक्षक संघ को देते रहेंगे। संजय पराते के अनुसार उक्त निर्णय अमानवीय है सरकार को तत्काल संज्ञान में लेकर वार्ता के माध्यम से बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षक संघ के साथ बैठक कर न्यायायिक रास्ता निकालना चाहिए। कलादास डहरिया के अनुसार वर्तमान समय में प्रदेश में शिक्षकों के 24 हजार पद रिक्त है वहां पर भी उक्त बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों को समायोजित किया जा सकता है। चुंकि उक्त विभाग अभी मुख्यमंत्री के अधीन है तो वार्ताकार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उक्त मामले में त्वरित निर्णय की अपेक्षा करते हुए समस्त बीएड सहायक शिक्षकों की सेवाएं छेरछेरा पुन्नी दान के अवसर पर बहाल करने की मांग करते हैं।
छत्तीसगढ़ के युवा साथियों! पूरी कांग्रेस पार्टी आपके साथ है. डरना नहीं. झुकना नहीं. https://t.co/E0GNwuY1kL
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 13, 2025