CM नहीं, ‘किसान’ बनकर अपने खेतों में ‘भूपेश’, देखें, तस्वीरें
By : madhukar dubey, Last Updated : January 1, 2023 | 8:41 pm
ये तो सच है कि मुख्यमंत्री भूपेश जी एक किसान के बेटे हैं। आज भले ही प्रदेश की मुखिया की वजह से घर के कामकाज में ज्यादा समय नहीं दे पाते हो लेकिन फिर भी जब भी वक्त मिलता है। वे वहां जाने से नहीं चूकते। इनके इस भाव से सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि यही कारण है कि वे किसानों के दर्द को बखूबी समझते हैं। इसलिए उन्होंने प्रदेश के किसानों को सरकार आते ही धान के समर्थन मूल्य को अपने वादे के अनुरूप 2500 रुपए कर दिया था।
इनके खांटी किसान होने के ये पुख्ता प्रमाण है। उन्हें पता है कि किसानों को और क्या-क्या और जरूते हैं, जो वे आने वाले समय में देंगे। देखा जाए तो उनकी निगहबानी में कृषि और किसानों के लिए अनगिनत लाभकारी योजनाएं प्रदेश में संचालित हो रही हैं।
जब भी कोई नई शुरुआत हो, अपनी मिट्टी की महक का अनुभव जरूर करना चाहिए।
फिर चाहे वह जीवन के किसी पड़ाव की शुरुआत हो, या फिर नए वर्ष की।
आज नए साल के पहले दिन अपने पैतृक गांव कुरूदडीह में सरसों के खेतों के बीच पहुंचा। pic.twitter.com/NvaTn7QCu8
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 1, 2023
बता दें, जब धान खरीदी शुरू हुई तो उन्हें आभास हुआ। खरीदी के टोकन के लिए उपज केंद्रों तक किसानों को जाना पड़ता है। इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन और आफलाइन दोनों प्रकार की व्यवस्था की थी। ताकि किसानों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। बहरहाल, आज भूपेश बघेल ने अपने गांव में सरसों के खेतों में जायजा लेने की तस्वीरों को अपने twitter एकाउंट पर पोस्ट की।