अब जांच की ‘तराजू’ पर चावल घोटाला! दिल्ली से आई टीम

घोटालों की गूंज से छत्तीसगढ़ की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला रहा है। इन झंझावतों की बीच अब कथाकथित 6 हजार रुपए चावल आपूर्ति (6 thousand rupees rice supply) में गड़बड़ी की जांच करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी (central investigation agency) छत्तीसगढ़ पहुंच चुकी है।

रायपुर। घोटालों की गूंज से छत्तीसगढ़ की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। इन झंझावतों की बीच अब कथाकथित 6 हजार रुपए चावल आपूर्ति (6 thousand rupees rice supply) में गड़बड़ी की जांच करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी (central investigation agency) छत्तीसगढ़ पहुंच चुकी है। इसकी जांच कराने के लिए डॉक्टर रमन सिंह ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। उन्होंने इसमें दस्तावेजी सबूतों के आधार पर सरकारी राशन की दुकानों में चावल आपूर्ति को लेकर घोटाले की आशंका जताई थी। गौरतलब है कि रमन सिंह ने विधानसभा में भी चावल घोटाले का आरोप कांग्रेस सरकार पर लगाया था। उन्होंने 5 से 6 हजार रुपए के चावल घोटाले की बात कही थी। जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश का भी बयान सामने आया था, कुछ राशन दुकानों पर आपूर्ति की गड़बड़ी पकड़ी गई है, जिन पर कार्रवाई और रिकवरी की जा रही है। उसे बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है। बहरहाल, रमन सिंह अपने आरोपों को लेकर बार-बार चावल घोटाले का मुद्दा उठाते रहे हैं।

केंद्रीय जांच एजेंसी में ये अधिकारी यहां पहुंचे

मीडिया रिपोर्टस से खबर मिली है, केंद्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय ने चावल घोटाले की जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम गठित की है। इस टीम में एक सदस्य NIC से भी है। इस गठित टीम में एस आर मीना (DS, PD), राजेश कुमार पंडीर (US PD), अंकित त्यागी और राहुल हैं साथ ही NIC हैदराबाद से अन्नपूर्णा को भी शामिल किया गया है। बता दें कि वह NIC,IT हैदराबाद में टैक्निकल डायरेक्टर हैं। जानकारी के अनुसार यह टीम कल 10 मई को राजधानी पहुंच गई है। वहीं 11 मई और 12 मई को भी छत्तीसगढ़ में रहेगी। 12 मई की शाम यह टीम लौटेगी।

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