पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ के 5 रेलवे स्टेशनों का किया उद्घाटन, बोले- “ट्रेनों को हाईटेक बना रहा है भारत”, 70 रूटों पर दौड़ रही वंदे भारत
By : ira saxena, Last Updated : May 22, 2025 | 1:30 pm
रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से देशभर के 103 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकसित भवनों का उद्घाटन किया, जिनमें छत्तीसगढ़ के भी 5 स्टेशन शामिल हैं। यह कार्य ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत किया गया है। इन स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, जिसमें दिव्यांगजनों के लिए रैंप, महिलाओं के लिए अलग वेटिंग एरिया, स्वच्छता, डिजिटलीकरण और बेहतर यात्री अनुभव पर विशेष ध्यान दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि सरकार रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक और हाईटेक बनाने के लिए तेज गति से कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि देश में अब तक 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और मालगाड़ियों के लिए अलग विशेष फ्रेट कॉरिडोर भी तैयार किया जा रहा है, ताकि यात्री ट्रेनों की रफ्तार और समय-सारिणी प्रभावित न हो।
छत्तीसगढ़ के 5 स्टेशनों पर उद्घाटन
राज्य के जिन 5 स्टेशनों का उद्घाटन हुआ उनमें अंबिकापुर, उरकुरा (रायपुर), भिलाई, भानुप्रतापपुर और डोंगरगढ़ शामिल हैं। कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ के 32 रेलवे स्टेशनों का चयन अमृत भारत योजना के तहत किया गया है, जिन पर 1680 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से काम होगा। इन पांच स्टेशनों पर विकास कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
इस उद्घाटन कार्यक्रम के अंतर्गत अंबिकापुर में मुख्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मौजूद रहे। रायपुर के उरकुरा स्टेशन पर राज्यपाल रमेन डेका, भिलाई में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, भानुप्रतापपुर में उपमुख्यमंत्री अरुण साव और डोंगरगढ़ में सांसद संतोष पांडेय उपस्थित रहे।
Live:- 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन कार्यक्रम https://t.co/OsTBHs0cIJ
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) May 22, 2025
पीएम मोदी ने देश की विकास यात्रा पर डाला प्रकाश
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की रेलवे प्रणाली को आधुनिक रूप देने के प्रयास वैश्विक स्तर पर सराहे जा रहे हैं। वंदे भारत और नमो भारत जैसी ट्रेनों को देश की नई गति का प्रतीक बताया गया। पीएम ने जानकारी दी कि देशभर में अब तक लगभग 70 रूटों पर वंदे भारत ट्रेनें चलाई जा रही हैं और 34 हजार किलोमीटर से अधिक रेल ट्रैक बिछाया गया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में चिनाब ब्रिज, पूर्व में बोगीबील ब्रिज, पश्चिम में मुंबई का अटल सेतु और दक्षिण में पाम्बन ब्रिज जैसे ऐतिहासिक निर्माण भारत के बढ़ते सामर्थ्य का उदाहरण हैं।
यात्रियों की नाराजगी भी सामने आई
हालांकि, उद्घाटन के बीच कुछ नाराजगी की आवाजें भी सुनाई दीं। डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन पर यात्री सचिन डोंगरे ने कहा कि स्टेशन के आधुनिकीकरण के बावजूद ट्रेनों की सुविधा अभी भी सीमित है। उन्हें कई बार चार घंटे तक ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है। कोविड काल के दौरान बंद की गई कई ट्रेनों का संचालन अब तक बहाल नहीं किया गया है।




