जिमीकांदा से रमन के ससुराल पर सियासी तीर!, पढ़ें, रमन-भूपेश की जुबानी जंग
By : madhukar dubey, Last Updated : December 23, 2022 | 7:45 pm
बता दें, भूपेश बघेल का बयान इसलिए आया क्योंकि डॉक्टर रमन ने फोटो शेयर किया था, रामफल धीवर जी के घर बने जिमी कांदा और लालभाजी की बात ही गजब है। मस्तूरी विधायक डॉ कृष्ण मूर्ति बांधी जी और बिलासपुर जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत जी के साथ इस रात्रि भोज में मन आनंदित हो गया। वहीं रमन सिंह ने भी ‘जनता से मिलता हूं इसलिए कांग्रेस की हालत खराब है’:रमन के बयान पर कांग्रेसियों ने कहा-१५ साल तक गरीबों के यहां क्यों नहीं खाया।
डॉक्टर रमन सिंह बोले, जनता के बीच खाना मैं खा रहा हूं एलर्जी इनको हो रही
कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह पर सीएम भूपेश बघेल का असर दिखने लगा है। वहीं, डॉ. रमन सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि मुझ पर किसी का असर नहीं दिख रहा है। मेरे दो दिन निकलने पर उनकी हालत खराब होने लगी है। मुझे लाल भाजी-जिमीकंद अच्छा लगता है तो खाता हूं। उन्हें जिमीकांदा और लाल भाजी नहीं, डा. रमन सिंह से एलर्जी है।
दरअसल, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पिछले तीन दिन से बिलासपुर जिले के दौरे पर हैं। इस दौरान विधानसभा समिति की बैठक लेने के साथ ही जनसभा को भी संबोधित कर रहे हैं। उनके इस प्रवास और जनसभा की खास बात यह है कि डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़िया अंदाज में नजर आ रहे हैं। जनसभा को उन्होंने छत्तीसगढ़ी में भाषण दिया। वहीं, गांव के गरीब किसानों के साथ ही हितग्राहियों से मुलाकात कर उनके घर में भोजन भी कर रहे हैं।
मूणत बोले- जीमी कांदा पूरे भारत का
एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री के बयान के बाद इस मामले में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पूर्व मंत्री राजेश मृणत ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी रंग के नाम पर, कभी जाति आधार पर, कभी भाषा और क्षेत्रवाद के आधार पर लोगों को आपस मे लड़वाने का काम करती है। भोजन में भी भीतरी बाहरी की बात नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस के नेता समझें कि भात दाल,जिमीकांदा संपूर्ण भारत मे खाया जाता है।
रामफल धीवर जी के घर बने जिमी कांदा और लालभाजी की बात ही गजब है।
मस्तूरी विधायक डॉ कृष्ण मूर्ति बांधी जी और बिलासपुर जिलाध्यक्ष श्री रामदेव कुमावत जी के साथ इस रात्रिभोज में मन आनंदित हो गया। pic.twitter.com/HpHgCxeHhm
— Dr Raman Singh (@drramansingh) December 21, 2022