MLA ‘विकास’ का सियासी ‘चौका’, BJP विधायक ‘पहुंचाएंगे’ PM को संदेश! देखें VIDEO

By : madhukar dubey, Last Updated : April 3, 2023 | 7:57 pm

रायपुर। संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय (MLA Vikas Upadhyay) ने छत्तीसगढ़ के 14 विधायकों को देश के प्रधानमंत्री (Prime Minister) द्वारा सौजन्य भेंट व चर्चा हेतु आमंत्रित किये जाने पर उक्त सभी विधायकों को छत्तीसगढ़ सहित भारत देश में बढ़ती महंगाई को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा करने पर पत्राचार कर जोर दिया है। उन्होंने आज छत्तीसगढ़ के 14 बीजेपी विधायकों को पत्र प्रेषित किया है, जिसमें उल्लेख कर उनसे आग्रह किया है कि देश के प्रधानमंत्री जी से सौजन्य भेंट के दौरान दिनोदिन बढ़ती महंगाई की दरों में विराम देने उनसे चर्चा करें एवं जनहित को दृष्टिगत् रखते हुए समाधान हेतु निष्कर्ष अवश्य निकाली जाये।

विधायक विकास उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में महंगाई की चरम सीमा अत्यधिक हो जाने को लेकर छत्तीसगढ़ के समस्त 14 बीजेपी विधायकों को पत्र प्रेषित किया है और कहा है कि छत्तीसगढ़ में बंद किये गए पैसेन्जर/लोकल/एक्सप्रेस/सुपरफास्ट ट्रेनों को सुचारू रूप से संचालन करना, सीनियर सिटीजन के टिकट दर में रियायत दर पुनः चालू करें। प्लेटफॉर्म टिकट दर में रियायत बरतें, ट्रेनें जो विलम्ब से चल रही हैं। उसका संचालन समय पर हो एवं वंदे भारत ट्रेन का अन्य ट्रेनों की अपेक्षा 40 प्रतिशत शूल्क अधिक है।

जिसे कम किया जाये। रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों को कम करें। 2000 रूपये से अधिक पर यूपीआई ट्रांजेक्शन जो 1.1 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है, उसे न लिया जाये। 01 अप्रैल से लगभग 800 दवाईयों पर 12 प्रतिशत मूल्यों की वृद्धि की गई है, उसे न किया जाये। दूध के मूल्य में 2-3 रूपये की वृद्धि की गई है, उसे न किया जाये एवं टोल टैक्स की दरें न बढ़ाई जायें। इस प्रकार विधायक विकास उपाध्याय ने भारत देश सहित छत्तीसगढ़ के आम नागरिकों के हित में उपरोक्त महत्वपूर्ण बिन्दुओं को माननीय प्रधानमंत्री जी के समक्ष रखकर उनका समाधान व आवश्यक निष्कर्ष निकालने पर जोर दिया है।

ये प्रमुख मांगें विकास की पीएम मोदी से

रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों को कम करें

2000 रूपये से अधिक पर यूपीआई ट्रांजेक्शन जो 1.1 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है, उसे न लिया जाये

01 अप्रैल से लगभग 800 दवाईयों पर 12 प्रतिशत मूल्यों की वृद्धि की गई है, उसे न किया जाये

दूध के मूल्य में 2-3 रूपये की वृद्धि की गई है, उसे न किया जाये एवं टोल टैक्स की दरें न बढ़ाई जायें