CGPSC घोटाला में CBI के छापे पर सियासी उबाल ! मंत्री ओपी चौधरी ने की दो टूक

By : hashtagu, Last Updated : April 18, 2025 | 2:38 pm

रायपुर. छत्तीसगढ़ में सीपीएससी घोटाले (CGpsc scam) में सीबीआई की जांच जारी है. गुरुवार को केंद्रीय जांच एजेंसी ने रायपुर और महासमुंद में 5 ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें कई अहम दस्तावेज मिले. छापेमारी कार्रवाई में हुए खुलासे ने प्रदेश की सियासी में उबाल ला दिया है. वित्त मंत्री ओपी चौधरी (Finance Minister OP Choudhary) ने सीबीआई की कार्रवाई के बाद बड़ा बयान दिया है.

हर दिन माफियाराज के नए चेहरे बेनकाब हो रहे : वित्तमंत्री ओपी

वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने CGPSC घोटाले में सीबीआई की छापेमारी के बाद कहा कि किसी मां-बाप ने खेत बेचकर फीस भरी थी, किसी ने सपनों में अफसर बनकर घर संवारा था. लेकिन दलालों और भ्रष्टाचारियों ने सब कुछ लूट लिया. सीजीपीएससी घोटाले की जांच में हर दिन माफियाराज के नए चेहरे बेनकाब हो रहे हैं. हमारा संकल्प है घोटाले के हर दोषी को सजा और हर युवा को न्याय दिलाना.

बता दें कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) घोटाले की जांच में बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर और महासमुंद में एक साथ पांच ठिकानों पर छापेमारी की. इस छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और तकनीकी साक्ष्य जब्त किए गए हैं. सीबीआई ने रायपुर के फूल चौक स्थित एक निजी होटल, सिविल लाइन इलाके के एक कोचिंग सेंटर और महासमुंद में एक सरकारी डॉक्टर के आवास पर दबिश दी. इसके अलावा महासमुंद में अभ्यारण्य गेस्ट हाउस और एक अन्य स्थानों पर भी कार्रवाई की गई है.

ये है पूरा मामला

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है. CGPSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी. प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए. इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है।

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