छत्तीसगढ़। सियासी और व्यवहारिक एक सिक्के के दो पहलू है। यानी आप किसी की विचारधारा से भले ही सहमत न हो लेकिन आपसी संबंध बने रहते हैं। यही वजह भी है कि छत्तीसगढि़या सबले बढि़या। इस व्यवहारिक कथन को चरितार्थ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने किया। जिस बड़ी बहन से उनकी सियासी कहासुनी होती थी, उन्हें आज वे हंसी-खुशी ससम्मान विदा किए। हम बात कर रहे हैं, छत्तीसगढ़ की महामहिम रहीं राज्यपाल (Anusuiya Uike) अनुसुईया उइके के विदाई समारोह की। वे अब मणिपुर की राज्यपाल होगीं।
इनके विदाई समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे, जहां वे राज्यपाल की कार में एक साथ बैठे दिखे। इनकी ये वायरल तस्वीरों ने सहसा, छत्तीसगढ़ के काका कहे जाने वाले भूपेश बघेल की एक अलग छवि लोगों के दिलो दिमाग में बन गई। जिसकी सभी चर्चा भी करते नजर आए। क्योंकि आरक्षण बिल को लेकर भूपेश सरकार और राजभवन में ठनी हुई है। इन सबके बीच के उन्होंने शिष्टाचार की मिसाल पेश की।
बता दें, भूपेश आरक्षण बिल को लेकर जब भी बात होती थी, तो कहा करते थे, वह तो बिल पर साइन करना चाहती हैं। लेकिन भाजपा नहीं करने दे रही है। वे चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहीं हैं। भूपेश जब भी राज्यपाल के बारे में सियासी चर्चा के दौरान उन्हें बड़ी बहन के रूप में संबोधित करते थे। बहरहाल, आज भी आरक्षण बिल का मामला राजभवन में अटका है।
राज्यपाल अनुसुईया उइके को आज यहां माना स्थित स्टेट हैंगर पर भावभीनी विदाई दी गई। उन्हें विमानतल पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुश्री उइके को पुष्प गुच्छ भेंट कर विदाई दी। इसके साथ ही साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, कोरबा की सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने भी उइके को विदाई दी।
उल्लेखनीय है कि उइके को मणिपुर का राज्यपाल बनाया गया है । वही छत्तीसगढ़ के नए राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन कल सवेरे 9:45 बजे माना विमान तक पहुंचेंगे। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ,रायपुर संभाग के आयुक्त यशवंत कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी , सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव कमलप्रीत सिंह, राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो, अजय यादव, कलेक्टर रायपुर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार अग्रवाल भी उपस्थित थे।