ऑनलाइन सट्टा पर गरमाई सियासत: भूपेश vs केदार, आरोप-प्रत्यारोप तेज
By : dineshakula, Last Updated : August 26, 2025 | 11:38 am
रायपुर: देशभर में ऑनलाइन गेमिंग और बैटिंग ऐप्स पर केंद्र सरकार की कार्रवाई के बीच छत्तीसगढ़ की सियासत भी गर्मा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने केंद्र की मोदी सरकार पर सवालों की बौछार की, वहीं भाजपा नेता केदार गुप्ता ने पलटवार करते हुए महादेव सट्टा ऐप मामले में कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
भूपेश बघेल ने कहा कि वह ऑनलाइन बैटिंग पर रोक की पहल का स्वागत करते हैं, लेकिन यह सवाल भी उठता है कि अब तक यह कारोबार केंद्र की मर्जी से क्यों चल रहा था? उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखा पुराना पत्र और कांग्रेस सरकार द्वारा जुए के कानून में किए गए संशोधन का हवाला दिया।
‘सट्टा’ से ‘सत्ता’❗️
सबसे पहले तो मैं इस बात का स्वागत करता हूँ कि अंततः भारत सरकार “ऑनलाइन गेमिंग एवं बैटिंग” को लेकर रुचि ले रही है और इसे रोकने का कदम उठा रही है.
छत्तीसगढ़ में तो ऑनलाइन सट्टा को रोकने के लिए हमारी सरकार ने दिसम्बर 2022 में ही विधानसभा में, पहले से चले आ रहे…
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 25, 2025
बघेल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने गेमिंग कंपनियों से चंदा लिया और उन्हें प्रमोट किया। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या गृहमंत्री अमित शाह के बेटे का इन कंपनियों से कोई संबंध है?
इस पर भाजपा नेता केदार गुप्ता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महादेव सट्टा ऐप को कांग्रेस शासन में संरक्षण मिला और सरकारी अफसरों से लेकर बड़े नेताओं तक की मिलीभगत सामने आ चुकी है। उन्होंने भूपेश बघेल के आरोपों को झूठा बताया और कहा कि भाजपा सरकार इस अवैध सट्टे को पूरी तरह खत्म करेगी।
भूपेश बघेल जी, आपके सवालों का जवाब देने से पहले आपको आइना दिखाना ज़रूरी है।
👉 सच्चाई यह है कि कांग्रेस सरकार रहते हुए छत्तीसगढ़ में ही ऑनलाइन सट्टे का सबसे बड़ा जाल फला-फूला।
👉 आपके कार्यकाल में शराब घोटाले की तरह ही ऑनलाइन सट्टेबाज़ी को भी संरक्षण मिला।
👉 आज आप… https://t.co/4ochg6UG67
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) August 25, 2025




