Press Conference : कांग्रेस के निशाने पर ‘रविशंकर प्रसाद और मोदी सरकार’! दागे सियासी सवाल
By : hashtagu, Last Updated : October 13, 2023 | 8:52 pm
रायपुर। राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला (Sushil Anand Shukla) ने कहा कि भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद (BJP leader Ravi Shankar Prasad) आये थे, वे एक बार फिर झूठ परोस गये। जिन रविशंकर की आजकल भाजपा में कोई नहीं सुन रहा है। वे छत्तीसगढ़ की जनता को झूठ सुनाने आये थे। रविशंकर मुद्दाविहीन भाजपा के प्रलापों को आगे बढ़ा गये। रविशंकर प्रसाद और भाजपा जवाब दें-
1-रमन सिंह के और उनके मंत्रियों के 1 लाख करोड़ के घोटाले पर क्यों चुप है रविशंकर प्रसाद? बतायें 36000 करोड़ के नान घोटाले और 6200 करोड़ के चिटफंड घोटाले, पनामा पेपर घोटाले पर मोदी सरकार जांच क्यों नहीं करवाती?
2-अडानी के घोटालों पर क्यों मौन है? देश आज भी जानना चाहती है अडानी की कंपनियों में 20 हजार करोड़ किसके लगे है?
3-भाजपाई खुद को सनातनी बताते हैं तो बतायें 15 सालों में माता कौशल्या के मंदिर और राम वन गमन पथ को उपेक्षित क्यों रखा? राम वन गमन पथ को क्यों नहीं बनाया?
4-महादेव एप्प पर केंद्र सरकार बैन क्यों नहीं लगाती? महादेव एप्प पर कार्यवाही करने गयी छत्तीसगढ़ सरकार को योगी सरकार ने मुकदमा क्यों दर्ज किया? आरोपियों को क्यों बचाया? महादेव एप्प पर कार्यवाही तो अकेले छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है।
5-भाजपा के एक राष्ट्रीय नेता जो एक राज्य में महत्वपूर्ण पद पर है, जो छत्तीसगढ़ से आते है। उनका महादेव एप्प के सरगना और उसके सहयोगी से क्या संबंध है?
6-7 लाख प्रधानमंत्री आवास को मोदी सरकार ने क्यों रोका था? जिसके कारण भूपेश सरकार को ग्रामीण आवास योजना शुरू करना पड़ा और आवासहीनों के खाते में पहला किश्त भी डाल दिया।
7-भाजपा बतायें वह जातीय जनगणना के पक्ष में है या खिलाफ में? भाजपा देश की जनगणना क्यों नहीं करवा रही है?
8-केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ से चावल लेने का कोटा क्यों घटाया? 86 लाख की एमओयू करके उसे 61 लाख क्यों किया?
9-भाजपा ने राजभवन में ओबीसी के 27 प्रतिशत आरक्षण विधेयक को रोकने का षड़यंत्र किया जिसमें एसटी को 32 प्रतिशत, एससी को 13 प्रतिशत, आर्थिक पिछड़े को 4 प्रतिशत आरक्षण दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार गंगाजल से लेकर कफन तक में जीएसटी वसूल रही है। सनातन परंपरा में पवित्र गंगाजल पर ही 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दिये, सनातन के फर्जी ठेकेदार। अक्टूबर 2023 को केन्द्र की मोदी सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी आदेश क्रमांक 11-05/2016ठक-डक के अनुसार डाकघर से विक्रय किये जाने वाले गंगाजल पर टैक्स लगाने का आदेश जारी किया गया है।
इस आदेश के परिपालन में पूरे देशभर में 6 अक्टूबर 2023 से गंगाजल पर 18 प्रतिशत जीएसटी वसूली गयी। गंगाजल के 35 रू. वाली बोतल में 18 प्रतिशत जीएसटी जुड़ी हुई है अर्थात उसका जो रेट है व जीएसटी के साथ है। हिन्दुस्तान के इतिहास में केन्द्र की मोदी सरकार पहली और इकलौती सरकार है जिसने गंगाजल पर टैक्स लगाया है। मोदी सरकार लूट, डकैती और पाखंड की पराकाष्ठा को पार कर चुकी है। दो दिन में नवरात्रि आने वाली है, माता की चुनरी से लेकर पूजन सामाग्री, अगरबत्ती, धूपबत्ती, इत्र, और दूध, दही तक को नहीं छोड़ा मोदी सरकार ने। पूजन में आसन, झंडे, बैनर और चुनरी के रूप में उपयोग में आने वाले बिना सिले हुये कपड़ो को भी मोदी सरकार ने टैक्स के दायरे में लाया है।
जिस बेहरमी से अंग्रेज लगान वसूल करते थे उससे भी ज्यादा निर्दयता से केन्द्र की मोदी सरकार आम जनता के दैनिक उपभोग की वस्तुओं और पूजन सामाग्रियों पर टैक्स वसूल रही है। गाय, गोबर, गंगाजल और भगवान भी भारतीय जनता पार्टी के लिये केवल वोट और नोट संग्रहण का माध्यम है। मोदी राज में सनातन और सनातनियों पर जितने अन्याय और अत्याचार हो रहे है, देश के इतिहास में पहले कभी नहीं हुई है।
एआईसीसी संचार विभाग की कोआडिनेटर राधिका खेरा ने कहा कि आज रविशंकर प्रसाद छत्तीसगढ़ पधारे है उनका स्वागत है। पितृपक्ष अभी चल रहा है, हार सामने देख कर उनको उनके पूर्वज दिखाई दे रहे है और जोगी जी बहुत याद आ रहे है जो उनके बी टीम के मुखिया थे। बड़ी याद आ रही है उनको। 3 दिसंबर को उनका काल आता हुआ दिखाई दे रहा है। वो जोगी जी याद आ रहे जब रमन सिंह को 20 साल पहले सरकार मिली थी विरासत में कांग्रेस में। नक्सलवाद दक्षिण बस्तर के 2 ब्लॉक तक सीमित था। 15 साल में रमन सिंह के कुशासन में नक्सलवाद 14 जिलों में फैला दिया। किसी भी प्रदेश के मुखिया के लिये बड़ी शर्म की बात है कि उनका खुद का गृह क्षेत्र और जहां से वो चुनाव लड़ते है वो नक्सल क्षेत्र से घिर गये। बात करते है कि यहां पर आतंक चल रहा है। जो उनको विरासत में मिला उनको वो संभाल नहीं पाये। छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद के हवाले कर दिया। उनको सवाल पूछने का कोई अधिकार नहीं। 5 साल पहले तक जब कांग्रेस की सरकार नहीं थी जब रमन सिंह की सरकार थी तो छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से पहचाना जाता था।
- आज छत्तीसगढ़ की पहचान होती है आज धान से धनी किसान के नाम से जाना जाता है, स्वामीआत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के नाम से जाना जाता है, गंभीर बीमारी के इलाज के लिये 25 लाख की सहायता मिलती है इस नाम से जाना जाता है, धनवंतरी स्टोर के नाम से जाना जाता है 75 प्रतिशत कम दर पर दवाईयां मिलती है। दाई दीदी क्लिनिक के नाम से जाना जाता है। जिस तरीके से रमन सरकार के समय जाना जाता आज उस तरह की पहचान नहीं है। आज आगे बढ़ता हुआ छत्तीसगढ़ है। 5 साल की सेवा भूपेश बघेल, कांग्रेस की सरकार ने की उसका नतीजा है कि आज हम राम जी के ननिहाल के नाम से जाने जाते है। माता कौशल्या के मायके से जाने जाते है। ये छत्तीसगढ़ महतारी के पहचान है।
ये बार-बार सनातन की बात करते है। मोदी ने कहा था मां गंगा ने बुलाया है। उसी मां गंगा में टैक्स लगा दिया। रविशंकर ने कुछ महीनों पहले कहा था कि मोदी ने यूक्रेन और रूस युद्ध विराम करा दिया। पहले अपना घर संभाल ले। छत्तीसगढ़ बहुत मजबूत हाथों में है। कांग्रेस के हाथों में है। दोबारा छत्तीसगढ़ की जनता हमें सेवा करने का मौका देगी। पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेंद्र वर्मा, संयुक्त महासचिव अजय साहू, प्रवक्ता मणी वैष्णव, ऋषभ चंद्राकर उपस्थित थे।
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