चुनावी ‘रणक्षेत्र’ में उतरे रमन! आज ‘दाखिल’ किए नामांकन पत्र

पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह (Former Chief Minister Dr. Raman Singh) ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल (Nomination papers filed) किया।

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  • Updated On - October 16, 2023 / 06:53 PM IST

राजनांदगांव। पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह (Former Chief Minister Dr. Raman Singh) ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल (Nomination papers filed) किया। राजनांदगांव से रमन सिंह, डोंगरगढ़ विधानसभा से विनोद खांडेकर, डोंगरगांव विधानसभा से भरत वर्मा और खुज्जी विधानसभा से गीता घासी साहू ने नामांकन पत्र रिटर्निंग ऑफिसर के सामने प्रस्तुत किया। नामांकन पत्र दाखिल करते समय जगह-जगह शक्ति प्रदर्शन हुआ। चौक-चौराहों पर अलग-अलग मंडलियों ने कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अमित शाह के सभा में आए करीब 10 हजार लोग महावीर चौक से बस स्टैंड होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।

रमन सिंह आज केंद्रीय मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में शामिल हुए। उनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। इस दौरान अमित शाह की सभा में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (राजनांदगाँव से भाजपा प्रत्याशी) ने विधायक और तीन बार मुख्यमंत्री बनाकर प्रदेश की सेवा का अवसर प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त कर कहा कि 15 साल के शासनकाल में मुख्यमंत्री के तौर पर जनता की नौकरी करके और राजनांदगांव से विधायक रहते हुए उन्होंने (डॉ. सिंह ने) क्षेत्र का विकास किया है। और पाँच साल में कांग्रेस ने अपने शासनकाल में क्या किया? राजनांदगाँव के साथ पक्षपात करने का प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आते ही यहाँ का विकास रुक गया है। भाजपा की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की उपलब्धि और विकास के लिए प्रतिबद्धता का ही यह सुपरिणाम रहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज की स्थापना भाजपा के शासनकाल में हुई है।

मॉडल कॉलेज का निर्माण, मुख्यमंत्री सड़क योजना में 102 किलोमीटर सड़कों का निर्माण, ऐतिहासिक दिग्विजय स्टेडियम का निर्माण, मोतीपुर अंडरब्रिज का निर्माण, जल आवर्धन योजना में काम, अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम का निर्माण, पेंडारी में हजार आवास का निर्माण आदि सकारात्मक काम भाजपा की सरकार ने किया और कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश में क्या किया? पाँच साल में राजनांदगांव के साथ छल किया, धोखा किया। पाठ्यपुस्तक निगम का दफ्तर कांग्रेस की भूपेश की सरकार आते ही राजनांदगांव से छिन गया। सड़क, पुल-पुलिया निर्माण का कार्य रुक गया है। राजनांदगांव नगर निगम को कांग्रेस सरकार के रहते 2018 से 2023 के मध्य सिर्फ 39 करोड़ रुपए मिले जबकि भाजपा के कार्यकाल में 2013 से 2018 में 200 करोड़ रुपए मिले थे। यह तुलना है भाजपा और कांग्रेस की सरकार की। आज क्या स्थिति करके रख दी कांग्रेस ने? भूपेश सरकार ने 5 साल में राजनांदगांव के साथ छल किया है, धोखा किया है। छत्तीसगढ़ के विकास को अवरुद्ध किया है। पाठ्य पुस्तक निगम का ऑफिस और सेतु निगम के कार्यालय को राजनंदगांव में बंद करने की दोषी प्रदेश की भूपेश सरकार है।

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