रायपुर। कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Rahul Gandhi’s Bharat Jodo Nyay Yatra) शुरू हो चुकी है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में प्रवेश करने से पहले रोडमैप तय करने वरिष्ठ नेता मंथन में जुटेंगे। अगले हफ्ते प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की बैठक की तैयारी है। पार्टी की इस बैठक में यात्रा का संभावित रूट प्लान तैयार किया जाएगा।
इसके लिए राहुल गांधी के कार्यालय से एक प्रतिनिधि भी छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे। दिल्ली के प्रतिनिधि की प्रदेश के नेताओं के साथ होने वाली दूसरी बैठक में न्याय यात्रा के रोडमैप को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
संभावना है कि न्याय यात्रा फरवरी माह के दूसरे सप्ताह में ही छत्तीसगढ़ में प्रवेश करेगी। 15-18 फरवरी के बीच ओडिशा से रायगढ़ की ओर यात्रा आगे बढ़ेगी। दिल्ली से राहुल गांधी के कार्यालय की मंजूरी के बाद ही रोडमैप को अंतिम रूप दिया जाएगा। दिल्ली के प्रतिनिधि की मौजूदगी में होने वाली बैठक में रूट को लेकर मंथन होगा।
दिल्ली से प्रतिनिधि के आने से पहले छत्तीसगढ़ के नेता संगठन के स्तर पर अपना प्रस्ताव तैयार करेंगे। इसी प्रस्ताव पर बाद में चर्चा होगी। फिलहाल ओडिशा से छत्तीसगढ़ में प्रवेश के बाद अभी सिर्फ 4 लोकसभा क्षेत्रों के प्लान को लेकर ही रूट तय होने की स्थिति नजर आ रही है। इनमें यात्रा की सीमित अवधि के लिहाज से फिलहाल रायगढ़, जांजगीर, कोरबा और सरगुजा के प्लान पर ही विचार हुआ है।
छत्तीसगढ़ के नेता भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रूट ऐसा तय करना चाहते हैं, जिससे कम से कम 5-6 लोकसभा क्षेत्र कवर हो सके। संभव हुआ तो कम से कम बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र को भी जोड़ने पर सहमति बनाई गई है। इसके बावजूद राहुल गांधी के प्रतिनिधि की सहमति के बाद ही इस पर अंतिम फैसला होगा।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा का अंतिम पड़ाव रामानुजगंज हो सकता है। यहां से यात्रा उत्तर प्रदेश की तरफ रुख करेगी। वहीं प्रदेश स्तर पर रायगढ़ से सक्ती और कोरबा होते हुए यात्रा को अंबिकापुर तक ले जाने पर विचार किया गया है। सहमति बनी तो बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के किसी एक इलाके को भी शामिल किए जाने की संभावना है।
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