रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के सत्र में आज बीजेपी के विधायक राजेश मूणत (MLA Rajesh Moonat) ने कोल परिवहन में हुए घोटाले का मुद्दा उठाया है। राजेश मूणत ने कोल परिवहन (Coal transportation) और उससे संबंधित परमिट और स्वीकृति का मामला ध्यानाकर्षण के जरिए सदन में उठाया। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब देते हुए कहा- इससे संबंधित मामले में ED भी जांच कर रही है
राजेश मूणत ने कहा-खनिज विभाग के किस अधिकारी ने और किसकी सहमति से ऑनलाइन प्रक्रिया चल रही थी उसमें संशोधन को हरी झंडी दी? कोल परिवहन के नाम पर अवैध वसूली का खेल चला। कौन-कौन अधिकारी जांच के घेरे में हैं और कार्रवाई हुई है?
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा- बगैर परिवहन पास लिए परिवहन किया जा रहा था। संचालक समीर विश्नोई ने 2020 में नए निर्देश दिए थे, जो जेल में है। एंटी करप्शन ब्यूरो में भी मामला विवेचनाधीन है।
राजेश मूणत ने कहा- ऐसी क्या वजह थी कि ऑनलाइन प्रक्रिया को ऑफलाइन किया गया? क्या डायरेक्टर ऑफलाइन करने के लिए अधिकृत हैं? क्या भारसाधक मंत्री से अनुमति ली गई? क्या ये केस CBI को सौंपा जाएगा और ऑफलाइन प्रक्रिया को ऑनलाइन करेंगे?
इस पर मुख्यमंत्री ने सदन में बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा- खनिज विभाग के संचालक ने सरकार से अनुमोदन नहीं लिया था। हमारी सरकार सुशासन के लिए संकल्पित है। मैं तात्कालीन संचालक की ओर से 2020 में लिए गए फैसले को रद्द करता हूं। सदन में मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा- मुख्यमंत्री ने बहुत बड़ी घोषणा की है। ऑफलाइन प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है।
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