रायपुर। कहते हैं गरीब हो या अमीर सभी अपने बच्चों को पढ़ा लिखाकर उनका भविष्य उज्जवल करना चाहता है। लेकिन जब बात आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों (School Children) को सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाला सिर्फ एक शिक्षक हो तो जाहिर है कि उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। इनकी पढ़ाई नहीं हो पाने से बच्चों और उनके अभिवावकों के सब्र का बांध टूट गया। और वे सीएम हाउस (CM House) पर शिक्षक व्यवस्था की मांग को लेकर महासमुंद से पहुंचे। जहां उन्होंने पहले अपने कापी-किताब सीएम हाउस के गेट पर जमा कर दिया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से अपनी बात कही। इनके विडियो जमकर सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।
जहां उनके अभिवावक सिस्टम पर जमकर खरीखोटी सुनाते नजर आ रहे हैं। उनका कहना था, शिक्षक सहित पानी तक पीने की व्यवस्था नहीं होने की शिकायत सालभर से की जा रही है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ये बच्चे महासमुंद के शिवपुर ब्लॉक में अम्लोर गांव से आए थे। उनके साथ ग्रामीण भी थे। उनका कहना है कि वहां सिर्फ एक ही शिक्षक पढ़ाते हैं। तमाम स्कूलों में बच्चों के बैठने से लेकर पेयजल तक की व्यवस्था तक नहीं हैं। यहां तक की एक स्कूल महज शिक्षामित्र के सहारे चल रहा है। नहीं तो एक ही शिक्षक के सहारे पूरे स्कूल की व्यवस्था टिकी है। इसकी समस्या सुनने के बाद मौके पर अधिकारियों ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।
बस यही दिन देखना और बचा था छत्तीसगढ़ के महासमुंद ज़िला में शिक्षक नही होने के चाहते गरीब पालक और छात्रों ने अपना स्कूल बैग और पुस्तक सीएम हाउस के बाहर जमा किया। बेहद शर्मनाक- @narendramodi @AmitShah @OmMathur_bjp @mansukhmandviya @NitinNabin @ajayjamwalbjp @editorsunil pic.twitter.com/CjycUnslkT
— Gouri Shanker Shrivas (@GouriShanker_CG) July 10, 2023
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