‘बेरोजगारी’ भत्ते का सर्वर ठप, ‘BJP’ ने छेड़ दिया ‘पोस्टर’ वार!

बेरोजगारी भत्ते (unemployment benefits) पर BJP और कांग्रेस में वार जारी है। एक अप्रैल से बेरोजगारी भत्ते को देने का ऐलान भूपेश सरकार ने किया है।

  • Written By:
  • Updated On - March 29, 2023 / 05:42 PM IST

छत्तीसगढ़। बेरोजगारी भत्ते (unemployment benefits) पर BJP और कांग्रेस में वार जारी है। एक अप्रैल से बेरोजगारी भत्ते को देने का ऐलान भूपेश सरकार ने किया है। इसके लिए रोजगार कार्यालय पर बेरोजगारों की लंबी लाइनें लग रही है। लेकिन सर्वर का सिस्टम ही बेड़ा गर्क हो गया है। जैसे ही दोपहर 12 बजता है। वैसे ही सर्वर ही डाउन हो जाता है। ऐसे में युवा हर दिन मायूस होकर लौट जा रहे हैं। इसके अलावा नियम और शर्ते भी ऐसी हैं कि उसके प्रमाण पत्र बनवाने में भी माथा पच्ची और भागदौड़ ज्यादा हो गई है।

अधिकांश युवाओं ने इसलिए पूर्व में रोजगार कार्यालय में पंजीयन नहीं कराया था। लेकिन बेरोजगारी भत्ते की आस में अधिकांश युवा हर दिन कार्यालय में उमड़ रहे हैं। यह खबर मीडिया में आने के बाद बीजेपी बेरोजगारी भत्ते पर सरकार को घेर लिया है। सवाल वही पुराना है नियम और शर्त ऐसी है कि अधिकांश बेरोजगार यह सुविधा पाने से वंचित हो जाएंगे। इसके अलावा बीजेपी का कहना है कि सरकार ने सिर्फ चुनावी मौसम में इसकी घाेषणा की है। जबकि इसे कांग्रेस की सरकार आने के बाद ही लागू करना था। क्योंकि यह कांग्रेस के चुनावी वादे में शामिल था। ऐसे में बेरोजगारों को साढ़े चार साल का बेरोजगारी भत्ता देना चाहिए।

बहरहाल, बीजेपी ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा, बेरोजगारी भत्ते के नियम जटिल होने के बावजूद आशा में पहुंचे युवाओं को कांग्रेस सरकार की अव्यवस्था का शिकार होना पड़ रहा है। लंबी कतारों में खड़े रहने के बाद युवा सर्वर ठप होने से निराश है। हम शुरू से कहते आ रहे हैं, इस सरकार के इरादे नेक नहीं हैं।