Story : CG कांग्रेस संगठन में ‘बदलाव’ के संकेत!

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh assembly elections) में हारने के बाद अब कांग्रेस समीक्षा में मिले फीडबैक पर काम करने की तैयारी में है।

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  • Updated On - December 27, 2023 / 03:38 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh assembly elections) में हारने के बाद अब कांग्रेस समीक्षा में मिले फीडबैक पर काम करने की तैयारी में है। क्योंकि लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती भी सामने हैं। ऐसे में चर्चा है कि कांग्रेस अपने संगठन (Congress in its organization) को चुस्त दुरुस्त करने में कोई ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। यही कारण था कि चुनावी हार के बाद पार्टी के खिलाफ बयान देने वाले संगठन के पदाधिकारी और कई पूर्व विधायकों पर कार्रवाई हुई। हार को लेकर और उसके कारण जिम्मेदार गिनाने के लिए दिल्ली तक पार्टी का नाराज गुट ने मोर्चा खोल दिया है।

बहरहाल, इन सबके बीच चर्चा है कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा के स्थान पर अब मध्यप्रदेश के युवा नेता सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी दी गई। उनके कमान संभालने के बाद पार्टी संगठन में परिवर्तन कर सकती है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में प्रभारी बदलने के बाद संगठन स्तर पर पदाधिकारियों को भी बदलने की तैयारी है। रायपुर, दुर्ग, कवर्धा, बलौदाबाजार, महासमुंद, बलरामपुर, कोरिया, सरगुजा, रामानुजगंज, बैकुंठपुर, कोरबा, बिलासपुर सहित कई जिले में जिला अध्यक्षों पर गाज गिर सकती है। इन जिलों को कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है।

पार्टी नेताओं की माने तो कांग्रेस में मचे घमासान का नतीजा था कि प्रदेश प्रभारी को हटाया गया है। कुमारी सैलजा की जगह सचिन पायलेट को जिम्मेदारी मिली है। आने वाले दिनों में प्रदेश स्तरीय समेत जिला स्तर तक के पदाधिकारियों को बदला जा सकता है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार जहां हार मिली है, वहां जिला कांग्रेस अध्यक्षों को भी हटाया जा सकता है।

पार्टी नए सिरे से इसकी समीक्षा कर रही

दरअसल, चुनाव परिणाम आने के बाद पार्टी नए सिरे से इसकी समीक्षा कर रही है कि किन जिलों में पार्टी को भारी नुकसान हुआ। वहां पर जिला अध्यक्षों की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। यहां पर संगठन के स्थानीय विधायकों से समन्वय और अन्य मामलों की समीक्षा की जा रही है।

पुराने अध्यक्ष की नियुक्ति

पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज की नियुक्ति चुनाव के चार माह पहले हुई थी। उसके पूर्व पीसीसी की कमान मोहन मरकाम के हाथों में थी। उन्होंने संगठन में अपने अनुसार जिला और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की थी। नए अध्यक्ष के आने के बाद जगदलपुर और एक-दो जगहों के जिला अध्यक्षों को बदला गया।

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