अजब-गजब : तेंदूपत्ता में बोनस घोटाले में DFO को दूसरे कोर्ट में कर दिए पेश ! ये है पूरा मामला
By : hashtagu, Last Updated : May 5, 2025 | 12:27 pm
रायपुर। (EOW- ACB gross negligence in Tendu Patta bonus scam case) बीते दिनों ACB और EOW ने अशोक पटेल के अलावा तेंदूपत्ता समिति के प्रबंधकों पर छापेमार कार्रवाई की थी। साय सरकार में पहली बार किसी आईएफएस अधिकारी की गिरफ़्तारी हुई है। आईएफएस अशोक पटेल को ईओडब्ल्यू और एसीबी ने विशेष कोर्ट में पेश किया। अशोक पटेल तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में जांच का सामना कर रहे है। अशोक पटेल से पूछताछ के लिए ईओडब्ल्यू एसीबी ने कोर्ट से 14 दिन का रिमांड मांगा है।
इधर, तेंदूपत्ता बोनस घोटाले मामले में EOW- ACB की बड़ी लापरवाही आई सामने है। डीएफओ अशोक पटेल (DFO Ashok Patel) को गिरफ्तार कर दंतेवाड़ा विशेष कोर्ट में पेश करना था। लेकिन EOW ने रायपुर कोर्ट में पेश कर दो बार रिमांड ले लिया। जहां विशेष कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद डीएफओ को दंतेवाडा विशेष कोर्ट में पेश कर नौ मई तक न्यायिक हिरासत में अशोक पटेल को जेल भेजा गया।
डीएफओ के घर से लाखों रुपये हुए थे बरामद
डीएफओ कार्यालय सुकमा के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक के निवास से 26 लाख 63 हजार 700 रू. नगद सर्च के दौरान जप्त किया गया था। प्राप्त दस्तावेजों का विश्लेषण एवं अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की थी। कुछ दिनों पहले इस प्रकरण के मुख्य अभियुक्त अशोक कुमार पटेल, तत्का. वनमंडलाधिकारी, सुकमा के विरूद्ध अनुपातहीन सम्पत्ति का मामला दर्ज कर उनसे सबंधित स्थानों पर सर्च कार्यवाही की गई थी।
सुकमा जिले में 12 स्थानों पर पड़ा था रेड
वहीं ACB और EOW ने तेंदूपत्ता बोनस गबन मामले में छापेमार कार्रवाई का ब्यौरा जारी किया था। जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सुकमा जिले में 12 स्थानों पर छापेमार कार्रवाई की गई थी। इस दौरान मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैंक अकाउंट एवं निवेश से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं। साथ ही डीएफओ कार्यालय के कर्मचारी के निवास से नगद 26 लाख रुपये मिले थे।
वितरण राशि में किया गया घोटाला
आपराधिक षड़यंत्र कर वर्ष 2021- 2022 सीजन के तेंदुपत्ता प्रोत्साहन पारिश्रमिक के लिए प्रदान की जाने वाली राशि (करीब 7 करोड़) को संग्राहकों को वितरित नहीं किया। बल्कि सभी ने मिलकर उस राशि का गबन कर लिया। जिसके संबंध में आपराधिक न्यास भंग करने और उसमें से कुछ राशि निजी व्यक्तियों को दिये जाने के संबंध में अपराध दर्ज किया गया था।
कई दस्तावेज हुए थे बरामद
विवेचना के आधार पर गुरुवार को संदेहियों के निवास स्थान और संबंधित जगहों पर ईओडब्ल्यू/एसीबी की टीमों ने जिला सुकमा में 12 स्थानों पर रेड की कार्रवाई की थी। कार्रवाई में मनीष कुंजाम, कार्यालय डीएफओ सुकमा के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक एवं प्राथमिक लघुवनोपज समिति के प्रबंधकगण शामिल हैं। संदेहियों के निवास स्थानों और अन्य जगहों से प्रकरण के संबंध में महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाईल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई बैंक एकाउंट एवं निवेश से संबंधित दस्तावेज प्राप्त हुए थे।
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