कवासी के बंगले में 15 घंटे की छापेमारी, ED ने जारी किया समन: लखमा ने दावा किया विधानसभा में घोटाला उजागर करने के कारण राजनीति प्रेरित छापा
By : dineshakula, Last Updated : December 29, 2024 | 11:20 am
छापेमारी के अगले दिन कवासी लखमा ने बताया कि उन्हें और उनके बेटे को सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ED का यह कदम राजनीति प्रेरित है। लखमा ने कहा, “मैंने विधानसभा में बड़े घोटाले को उजागर किया था, इसलिए मुझपर छापा मारा गया है। भाजपा चुनाव के मद्देनजर मेरी बदनामी करने की राजनीति कर रही है। मेरे घर से एक कागज तक नहीं मिला है। एपी त्रिपाठी जैसे अधिकारियों ने मुझे अंधेरे में रखा।”
लखमा ने आगे कहा कि वे अनपढ़ हैं और अधिकारियों ने उनके साथ अन्याय किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एपी त्रिपाठी जैसे अधिकारियों ने उन्हें अंधेरे में रखा और केवल दस्तखत करवाए। लखमा ने दावा किया कि उन्हें इस घोटाले की कोई जानकारी नहीं है और उनसे संपत्ति की जानकारी मांगी गई है। ED के अधिकारियों ने उनके और उनके बेटे के मोबाइल उपकरण अपने साथ ले गए हैं और उनसे घोटाले के बारे में पूछताछ की।
दरअसल, 28 दिसंबर को ED की टीम ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा के धरमपुरा स्थित विधायक बंगला और सुकमा स्थित उनके दो मकानों में छापेमारी की। एक मकान में उनका बेटा हरीश लखमा जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में अपने परिवार के साथ रहता है, जबकि दूसरे मकान में भी उनके परिवार के सदस्य निवास करते हैं। ED ने इन मकानों से कैश, दस्तावेज, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। कवासी के करीबी सुशील ओझा के घर पर भी रेड हुई, लेकिन ओझा वहां उपस्थित नहीं थे।
सुकमा में, ED ने नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू और ठेकेदार अभिषेक सिंह भदौरिया के घरों पर भी दबिश डाली। रायपुर में सुशील ओझा के चौबे कॉलोनी स्थित मकान पर भी ED पहुँची, लेकिन ओझा घर पर नहीं थे।
धमतरी में कांग्रेस नेता रामभुवन कुशवाहा के घर ED की टीम ने दबिश डाली, जहां से दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और हार्ड डिस्क सिस्टम जब्त किए गए। ED ने शराब घोटाले में दो पूर्व मंत्रियों सहित 100 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई थी, जिसमें कवासी लखमा, अमरजीत भगत, यूडी मिंज, गुलाब कमरो और शिशुपाल शामिल हैं। इनपर आरोप है कि उन्हें हर महीने 50 लाख रुपये का कमीशन दिया जाता था।
ED ने ट्रिपल A (IAS अफसर अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी) को घोटाले का मास्टर माइंड बताया है, जिसके बाद ACB ने इस मामले में अलग से कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच में कई ठेकेदारों को भी शामिल किया गया है और दस्तावेजों में कवासी लखमा के हस्ताक्षर पाए गए हैं, जिससे उन्हें आरोपी ठहराया गया है।
STORY | Chhattisgarh: ED raids Congress MLA Kawasi Lakhma, son in money laundering case
READ: https://t.co/fo3vd0DcYl
VIDEO:
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/DYzTpRRScG
— Press Trust of India (@PTI_News) December 28, 2024