‘BJP’ की बजट समझाने की ‘मुहिम’!, मोदी ‘मंत्री’ को जिम्मा

By : madhukar dubey, Last Updated : February 5, 2023 | 4:56 pm

छत्तीसगढ़। (union budget) केंद्रीय बजट को लेकर विपक्ष के हमलों के बीच मोदी सरकार ने अब अपने मंत्री को हर राज्य में भेजने का फैसला किया है। इसी कड़ी में आज केंद्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Minister Arjun Ram Meghwal) रायपुर पहुंचे।

भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में उन्होंने पत्रकारों के साथ बजट पर चर्चा की। इस दौरान उनका जोर बजट के भावनात्मक पक्ष पर ही रहा। कहा, २०४७ तक भारत विकसित राष्ट्र बने, बजट को इसी सिलसिले में देखा जाना चाहिए।

केंद्रीय संस्कृति मंत्री मेघवाल ने कहा, यह अमृतकाल का पहला बजट है। अमृत काल उसको नाम दिया है जो आजादी के ७५वें से १०० वर्ष का समय है। १५ अगस्त २०२२ से जो समय शुरू हुआ है वह अमृत कालखंड है। कल्पना है कि इस अमृतकाल में भारत विकसित राष्ट्र बने।

टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी विकसित बने, इकोनॉमी के क्षेत्र में भी विकसित बने, परोपकार की भावना के क्षेत्र में भी विकसित बने, डेमोक्रेटिक मूल्यों में भी विकसित बने और वह संसार का नेतृत्व करे। इस सिलसिले में इस बजट को हमें देखना चाहिए।

बोले, मनरेगा बजट में कटौती नहीं की है

भाजपा नेता नेता कहा, कुछ लोगों ने आलोचना की कि मनरेगा का बजट कम कर दिया। उनको पता नहीं है कि बजट इज ए टेक्निकल सबजेक्ट। आपको पहले देना पड़ेगा कि २०२२-२३ में मनरेगा का बजट एस्टीमेट क्या था। वह कम था। एक्चुअल एक्सपेंडिचर आया तो सप्लिमेंट्री में ले जाकर १४ हजार करोड़ दिया।

अब हम बजट एस्टीमेट पिछले साल से ज्यादा रख रहे हैं। अगर मनरेगा में डिमांड आएगी तो हम सप्लिमेंट्री में बढ़ा लेंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना में ६६ प्रतिशत बजट बढ़ाया है। गांव में मकान बनेंगे तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। कुछ लोग केवल आलोचना के लिए आलोचना करते हैं।

जेल से रिहा करने के लिए भी बजट भी

अर्जुनराम मेघवाल ने कहा, आपने देखा होगा जेलों में जो कैदी हैं उनमें से कुछ लंबे समय से जेलों में ही हैं। वे चाहते हैं कि वे बाहर आए लेकिन उनकी पैरवी कौन करे। पैरवी के लिए वकील को खर्चा कौन दे। जेलों में ऐसे कैदी जिनके आगे-पीछे कोई नहीं उनकी पैरवी का बजट भी इसमें रखा है। यह आने वाले समय का माइलस्टोन है। पूरे बजट में कोई वर्ग छूटा नहीं है।