500 जवानों की फौज से ऐसे घिरे नक्सली, थुलथुली-नेंदुर के जंगल में कुछ तरह…

By : madhukar dubey, Last Updated : October 5, 2024 | 3:54 pm

रायपुर। 500 जवानों की बहादुरी की ऐतिहासिक सफलता ने जहां प्रदेश का सीना गर्व से ऊंचा कर दिया है। वहीं बस्तर में नक्सली मूवमेंट की कमर तोड़ दी है। केंद्र सरकार और राज्य की विष्णुदेव साय की सरकार के नक्सलियों के खिलाफ चले लगातार अभियान से लाल आतंक का सफाया हो रहा है। 4 अक्टूबर ये दिन और तारीख शायद छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूलेगा. ये वहीं दिन है जब दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले के बॉर्डर(Border of Dantewada-Narayanpur district) पर सुरक्षा के जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया।
बताया जा रहा है कि इस ऑपरेशन में 500 से ज्यादा जवान शामिल थे। मुठभेड़ में जवानों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया और सभी की बॉडी को बरामद कर लिया। जवान कई पहाड़ों को क्रॉस कर कर नदी-नालों को पार कर नक्सलियों को कोर एरिया में पहुंचे थे। लथुली और नेंदूर इलाके(Lathuli and Nendur areas) में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। दंतेवाड़ा और नारायणपुर के साथ डीआरजी ने इस जॉइंट ऑपरेशन को अंजाम दिया है।

सर्चिंग के बाद जवानों को मौके से एके 47, 303 राइफल सहित कई अन्य हथियार मिले है। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के लीडर कमलेश, नीति, कमांडर नंदू, सुरेश सलाम, मलेश, विमला सहित कई नक्सली मारे गए है. मुठभेड़ में 1 डीआरजी जवान घायल हो गया है। फिलहाल रायपुर में उनका इलाज किया जा रहा है।

कांकेर में मारे गए थे 29 नक्सली

बता दें कि 16 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में भी जवानों ने बड़ा ऑपरेशन चलाया था। इस मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे। इस साल अब तक 189 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके है। 663 नक्सलियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 556 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।

जानिए कैसे की गई पूरा प्लानिंग

सूत्र बताते हैं कि जवानों को नक्सलियों को कोर एरिया माने जाने वाले अबूझमाड़ के ओरछा के थुलथुली इलाके में पूर्वी बस्तर डिवीजन के कंपनी नंबर 6 के कई नक्सलियों की मौजूदी का पुख्ता इनपुट मिला था। इसके बाद डीआरडी और एसटीएफ के जवानों ने ऑपरेशन लॉन्च किया। लगातार हो रही बारिश के बीच जवान पहाड़, नदी-नाले पार करते हुए थुलथुली-नेंदुर के जंगल पहुंचे। इस बीच नक्सलियों के टॉप लीटर एक जगह से दूसरी जगह मूवमेंट कर रहे थे, लेकिन बारिश की वजह से उन्होंने अपना ठिकाना नहीं बदला।

नक्सली बारिश थमने के बाद आगे बढऩे की तैयारी कर रहे थे

जवानों को इसी वक्त बड़ा मौका मिल गया। इसके बाद दंतेवाड़ा और नारायणपुर इलाके के बॉर्डर एरिया पर जवानों ने नक्सलियों को चारों तरफ से घेर लिया। फिर जवानों ने फायर खोल दिया। इस बीच नक्सली दूसरी तरफ भागने लगे, लेकिन यहां भी उनका सामना जवानों से ही हुआ। बताया जा रहा है कि इस एनकाउंटर में बड़े कैडर के नक्सली मारे गए है।