रायपुर। अतिथि देवो भव को छत्तीसगढ़ जो भी एक बार आता है तो उसका मन यहां से जाने को नहीं करता। कुछ एेसा ही आवाभगत यहां इंडोनेशिया के कलाकारों का हुआ। वे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में भाग लेने आये थे। जहां उन्होंने अपनी प्रतिभा से सभी को दिवाना बना लिया। जब वे अपने देश लौटने तो एक भावनात्मक पल भी उनके लिए आया। आखिरकार वे खुद को बोल से नहीं रोक पाये। बोले की यहां के लोग सबसे अच्छे हैं। यानी छत्तीसगढि़या सबले बढि़या हैं, इसकी सत्यता पर वे भी अपनी भावना में व्यक्त कर इसे साबित कर दिया।
सबसे पहले जाने से पूर्व इंडोनेशिया के लोक कलाकार समूह ने हाथ जोड़कर किया छत्तीसगढ़ की मेहमान नवाज़ी का शुक्रिया। महोत्सव में शामिल हुए इंडोनेशिया के 10 प्रतिभागी आज विवेकानंद विमानतल से अपने देश के लिए रवाना हुए। टीम की सदस्य सुश्री राबिया आदिन ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ आकर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव को भरपूर एंजॉय किया और यहां लोगों से मिलने का भी मौका मिला। इस महोत्सव में हमें अपने देश के आदिवासी संस्कृति को एक प्रतिष्ठित मंच पर प्रदर्शन करने का अवसर मिला। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया और जय जोहार कहकर विदाई ली। सभी सदस्यों ने एक सुर में लव यू छत्तीसगढ़ कहा और हाथ उठाकर अपनी भाषा में भी उपस्थित लोगों का अभिवादन किया।