रायपुर। हिट एंड रन कानून (Hit and run law) में किए जा रहे बदलाव के विरोध में ट्रक-बस ड्राइवरों की हड़ताल (Truck-bus drivers strike) का असर मंगलवार को राजधानी में दिखा। शहर के लगभग सभी पंपों में पेट्रोल-डीजल भराने के लिए वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगीं। हड़ताल की वजह से सप्लाई ठप होने की आशंका से लोग पंपों में टूट पड़े और टंकी फुल करवाने लगे।
ट्रक-बस ड्राइवरों की हड़ताल से लोग मंगलवार को इतने आशंकित हो गए थे कि पेट्रोल-डीजल भरवाने के िलए दिनभर होड़ मची रही। इस वजह से सुबह से सभी पंपों में वाहनों की कतारें लग गई। कुछ लोग तो सुबह साढ़े पांच बजे से पेट्रोल पंप पहुंच गए। कुछ पंपों में एक व्यक्ति के लिए एक से दो लीटर की लिमिट तय कर दी गई। मंदिरहसौद रोड़ पर हड़ताल समर्थकों ने ट्रैंकरों को रोकने के प्रयास किए, लेकिन पुलिस ने पहुंचकर उन्हें रवाना करवा दिया।
सब्जियां की लोकल आवक इसलिए नहीं पड़ा असर
डूमरतराई श्रीराम थोक सब्जी मंडी में मंगलवार को पांच से छह ट्रक ही पहुंचे, जबकि आम दिनों में औसतन 55 से 60 ट्रक पहुंचते हैं। रायपुर में देश के अलग-अलग राज्यों से सब्जियां पहुंचती हैं। उन्हें रास्ते में ही रोक लिया गया। कहीं-कहीं किसानों के खेतों में पहुंचकर हड़ताल समर्थकों ने माल लोड ही नहीं होने दिया। ठंड के सीजन में इस समय लोकल सब्जियों की बंपर आवक है। इसलिए न तो कमी हुई न दाम बढ़े।
गैस की होम डिलीवरी ज्यादातर जगह बंद
ज्यादातर एजेंसियों में होम डिलीवरी बंद रही। ऑनलाइन बुकिंग के बाद जरूरतमंदों को सिलेंडर लेने के लिए एजेंसी जाना पड़ रहा है। एजेंसी से पर्ची लेने के बाद गोदाम से सिलेंडर की डिलीवरी हुई। पर्ची लेने के लिए एजेंसी के दफ्तर में भीड़ लगी रही।
आउटर के स्कूल में छुट्टी, ऑनलाइन पढ़ाई
बसों की हड़ताल होने के कारण आउटर के दो बड़े स्कूलों में छुट्टी रही। कुछ जगह पैरेट्स खुद ही बच्चों को स्कूल लेकर गए। बुधवार को स्कूल भी नियमित टाइम पर खुलेंगे। इस बीच मंगलवार को एक-दो कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई भी हुई।
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