छत्तीसगढ़। जब अपना ही खून दुश्मन बन जाए, वह भी इसलिए उसे जमीन हड़पना है। इसी सोच में दो दंरिंदे युवकों ने अपने ही नाना को कुल्हाड़ी से काट डाला। यह खौफनाक वाक्या रायगढ़ (Raigarh) जिले के खरसिया (Kharsia) थाना का है। पुलिस को मंगलवार सुबह पता चला कि आरोपी नावापारा रोड के पास है। इसके बाद पुलिस ने मौके पर दबिश दी और दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मौके से घटना में इस्तेमाल कुल्हाड़ी को भी जब्त किया था। साथ ही आरोपियों से पूछताछ की। उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
जानकरी के अनुसार सोंडका निवासी गेंदलाल डनसेना(६५) पिछले २० सालों से अपने परिवार के साथ खरसिया में रहता था। वहीं उसकी पुश्तैनी जमीन की देखरेख उसका छोटा भाई राधे लाल डनसेना करता था। राधेलाल गांव में ही अपने परिवार के साथ रहता है। इस बीच कुछ साल पहले गेंदलाल की बहन ननकी बाई अपने पति को छोड़कर मायके आ गई थी। बताया गया जिस वक्त वह मायके आई, उसके साथ उसके २ नाती ओमप्रकाश डनसेना (२४) और कार्तिक डनेसना (१९) भी आए थे। ये देखकर गेंदलाल ने उन्हें गांव के ही घर में एक कमरा रहने के लिए दे दिया था। इसके बाद से ननकी बाई अपने दोनों नाती के साथ यहां रहती थी। उसकी बेटी किसी दूसरे इलाके में रहती है। ओमप्रकाश और कार्तिक खेती-किसानी का काम करते थे।
बताया जाता है कि कुछ समय पहले ननकी बाई का प्रधानमंत्री आवास योजना का पैसा आया था। उसी पैसे से उसके नाती सोंडका में ही घर बनवा रहे थे। उधर, इस बात की जानकारी जब गेंदलाल को लगी तो वह कुछ दिन पहले गांव आया और उसने इस पर आपत्ति जताई। कहा कि मैंने ये कमरा अपनी बहन को रहने के लिए दिया था। यहां मकान आगे मत बढ़ाओ। इसके अलावा उसने अपनी बहन के नातियों को ये भी कहा कि तुम लोग अपना देख लो।
गेंदलाल के आपत्ति के बाद से उसके दोनों नाती नाराज थे। उनका कहना था कि हम लोगों ने यहां पैसा खर्चा किया है, अब हमें घर बनाने से रोका जा रहा है। इतने दिन से थे तो कोई आपत्ति नहीं थी। इसके बाद दोनों आरोपी रविवार को गेंदलाल के छोटेभाई राधेलाल के घर गए। वहां उन्होंने राधेलाल की पत्नी जगदम्बा के साथ मारपीट की। घर में भी तोड़फोड़ की थी। इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए थे।