रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले (Raigarh district) के तमनार क्षेत्र में कोयला खनन परियोजना के खिलाफ चल रहे आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के मामले में राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि पूरे घटनाक्रम की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रविवार को रायपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि तमनार में हुई हिंसा और आगजनी की घटना गंभीर है. इस मामले की पूरी जांच कराई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने बताया कि हिंसा के दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हुए और प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, हिंसा और आगजनी की घटनाओं को लेकर कई एफआईआर दर्ज की गई हैं और मामले की जांच जारी है. वहीं, स्थानीय प्रशासन ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की एक अहम मांग पर कदम उठाते हुए खनन परियोजना को लेकर हुई जनसुनवाई को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
रायगढ़ जिले के घरघोड़ा के एसडीएम दुर्गा प्रसाद अधिकारी ने बताया कि शनिवार की घटना के बाद ग्रामीण प्रतिनिधियों के साथ एक दौर की बातचीत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ग्रामीणों की मांगों को गंभीरता से ले रहा है और उसी के तहत जनसुनवाई को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. जब उनसे स्पष्ट रूप से पूछा गया कि क्या यह जनसुनवाई रद्द करने की प्रक्रिया है, तो उन्होंने इसकी पुष्टि की.
एसडीएम ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि प्रशासन उनकी मांगों का सम्मान करता है और नियमानुसार कार्रवाई कर रहा है.