छत्तीसगढ़ में भूपेश-अजय की जुबानी जंग तेज: अमित बघेल पर कार्रवाई को लेकर सियासत गरमाई
By : dineshakula, Last Updated : November 11, 2025 | 12:08 pm
रायपुर: छत्तीसगढ़ की सियासत एक बार फिर गरम हो गई है। रायपुर से शुरू हुई यह जुबानी जंग अब पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन चुकी है। मामला छत्तीसगढ़ जोहार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल (Amit Baghel) के विवादित बयान और उनकी गिरफ्तारी को लेकर है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर आमने-सामने हैं।
भूपेश बघेल ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि अमित बघेल की गिरफ्तारी नहीं होना यह साबित करता है कि सरकार उन्हें बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि अब तक मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम या किसी मंत्री ने इस मुद्दे पर कोई बयान तक नहीं दिया, जिससे स्पष्ट है कि सरकार समाज को जातियों और क्षेत्रों में बांटने की कोशिश कर रही है। भूपेश ने कहा कि किसी भी धर्म या समाज के महापुरुष के खिलाफ बोलना पूरे छत्तीसगढ़ का अपमान है और कानून व्यवस्था की कमजोरी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है।
वहीं, बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल खुद क्षेत्रीयता और जातिवाद की राजनीति को बढ़ावा देने वाले नेता हैं। चंद्राकर ने कहा कि अमित बघेल पहले से भगोड़ा घोषित किए जा चुके हैं और पुलिस उन पर कार्रवाई की प्रक्रिया में है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भूपेश बघेल को बयान देने से पहले अखबार पढ़ लेना चाहिए, ताकि उन्हें सच्चाई का पता चल सके।
दरअसल, विवाद की जड़ 7 अक्टूबर 2025 की एक टिप्पणी है, जब अमित बघेल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अग्रसेन महाराज को लेकर अपमानजनक बातें कही थीं। उनके बयान के बाद अग्रवाल और सिंधी समाज में भारी रोष फैल गया था। रायपुर, रायगढ़ और सरगुजा सहित कई जिलों में समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर FIR दर्ज करने की मांग की। इसके बाद सिटी कोतवाली थाने में अमित बघेल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
इस पूरे प्रकरण ने छत्तीसगढ़ की सियासत को एक बार फिर गर्मा दिया है, जहां एक ओर कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रही है, तो दूसरी ओर बीजेपी इसे भूपेश बघेल की राजनीतिक रणनीति बता रही है।




