छत्तीसगढ़, 11 सितंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को राष्ट्रीय वन शहीद दिवस (National Forest Martyr’s Day)के अवसर पर ऊर्जा पार्क में वन शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वन शहीद स्मारक का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम'(‘A tree in the name of mother’) नारे के तहत पौधा लगाकर पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “आज 20वां राष्ट्रीय वन शहीद दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर हमारा मुख्य उद्देश्य वन संपदा और पर्यावरण की रक्षा करना है। मैं अपने उन सभी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो पिछले दिनों वन्यजीवों और वन संपदा की रक्षा करते हुए शहीद हुए हैं। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दे।”
वन सुरक्षा कर्मियों पर हमलों से सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि, जवानों पर कई तरह के हमले होते हैं। हमारे जवान कई तरह से शहीद होते हैं। एक तो वन माफियाओं का हमला। इस दौरान हमारे जवान शहीद होते हैं और कई बार जंगली जानवरों का भी हमला होता है, जिससे जवान शहीद होते हैं। सरकार इसे लेकर चिंतित है।
राज्य में बाढ़ से होने वाली परेशानियों के बारे में उन्होंने कहा कि इस बार भारी बारिश हो रही है। खास तौर पर बस्तर के इलाकों में बहुत भारी बारिश हो रही है। इस वजह से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। इसके लिए सरकार अलर्ट पर है। सभी जिला प्रमुखों को निर्देश दिए गए हैं। सभी सतर्क हैं। इससे अभी तक कोई नुकसान नहीं हुआ है।
छत्तीसगढ़ के राजा चक्रधर की जयंती के अवसर पर रायगढ़ में मनाए जा रहे चक्रधर महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद मंगलवार को रायपुर लौटे मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की। राज्य में फिर से नक्सलवाद के मजबूत होने के सवाल पर उन्होंने कहा था, “हम नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं। देश के गृह मंत्री अमित शाह ने देश से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए 2026 तक की समय सीमा घोषित की है। उनकी घोषणा पर किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए।”
इसके अलावा, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा राज्य में सीमेंट की बढ़ती कीमतों के खिलाफ 12 सितंबर से धरना-प्रदर्शन करने के अल्टीमेटम पर उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए, हम अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।