सॉय कैबिनेट में किस दो धुंरधर विधायकों के मिलेगी इंट्री ? अटकलों का सियासी बाजार गर्म
By : madhukar dubey, Last Updated : December 6, 2024 | 5:12 pm
रायपुर। बृजमोहन अग्रवाल के शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से ही साय कैबिनेट में विस्तार के कायस लगाए जा रहे थे। रायपुर दक्षिण सीट पर विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। ऐसे में एक बार फिर से कैबिनेट मंत्री(cabinet minister) के बनने के लिए पुराने कद्दावर और नए विधायकों के नामों की चर्चाएं शुरू हो गई है। लेकिन इधर बीच केंद्रीय मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मुलाकात हुई है और उनके साथ उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा भी हैं। विधानसभा का शीतकालीन का सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा, इस कारण भी सियासी गलियारों में कैबिनेट में विस्तार की संभावना पर चर्चाएं शुरू हो गईं। तर्क दिए जा रहे हैं कि शीतकालीन सत्र से पूर्व अगर साय कैबिनेट में विस्तार नहीं हुआ तो नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव(After urban body and three-tier panchayat elections) के बाद दो विधायकों के नाम तय किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक भाजपा दो मंत्री का नाम तय करने का आधार सदस्यता अभियान और नगरीय निकाय चुनाव में जिनकी भागीदारी अधिक होगी, उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है। बहरहाल, वैसे राजनीति में कुछ भी हो सकता है।
फिलहाल, कुछ नाम तो पहले से ही रेस में माने जा रहे हैं। चर्चा है कि हो सकता है कि किसी नए विधायक को साय की कैबिनेट में मौका दे दिया जाए।
राज्यपाल और सीएम के बीच 30 मिनट का विचार-विमर्श
हाल ही में राज्यपाल और सीएम विष्णुदेव साय के बीच करीब 30 मिनट की लंबी चर्चा हुई थी। हालांकि इसे सौजन्य मुलाकात बताकर, कैबिनेट विस्तार की संभावना से भाजपा संगठन कोई भी राज खोलने से परहेज कर रहा है। लेकिन नेता दबी जुबान से इतना तो कह रहे हैं कि देर-सबेर कैबिनेट में विस्तार तय है।
फिलहाल, इनके नाम की चर्चा जोरो पर चल रही है
बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के पास है। मंत्री पद की दौड़ में विधायक सुनील सोनी, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, रेणुका सिंह, अमर अग्रवाल, रेणुका सिंह आगे बताई जा रही हैं।
निकाय चुनाव के बाद ही सबकुछ क्लीयर होने की संभावना
अंदरखाने में चर्चा है कि नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा बड़ी कामयाबी हासिल करना चाह रही है। कहा जा रहा है कि अगर निकाय-त्रि-स्तरीय चुनाव से पूर्व कैबिनेट विस्तार से कहीं नेताओं के बीच मनमुटाव न हो जाए। जिसे देखते हुए नाम भले ही अंदरखाने तय हो जाए, लेकिन कैबिनेट में मंत्री पद की ताजपोशी निकाय के चुनाव के बाद हो। बहरहाल, अभी सिर्फ चर्चाएं ही हो रही हैं।
यह भी पढ़े : नंदनी से सपनों की उड़ान ? इसे साकार करने सांसद विजय बघेल की ये पहल