रायपुर। राजधानी के बूढ़ा तालाब परिसर में चौपाटी खोले जाने का विरोध(Opposition to opening of Chowpatty) तेज हो गया है. तालाब में सुबह शाम आने वाले लोगों ने बैनर पोस्टर लगाकर चौपाटी खोलने का विरोध किया है। वहीं आज कांग्रेस पार्षद दल ने स्थानीय लोगों के साथ बूढ़ातालाब के बाहर धरना प्रदर्शन(Protest outside Budha Talab) कर चौपाटी खोले जाने का विरोध किया।
बता दें कि पर्यटन मंडल द्वारा 36 करोड़ की लागत से बूढ़ातालाब परिसर में चौपाटी बनाया जा रहा है. महापौर एजाज ढेबर ने बूढ़ातालाब का रख-रखाव नगर निगम से पर्यटन विभाग को हैंडओवर करने के पीछे षड्यंत्र का आरोप लगाया है. कांग्रेस पार्षदों ने सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पीछे गल्र्स स्कूल होने के बाद भी चौपाटी में रूफटॉप गुमटियों का निर्माण किया जा रहा है।बताया जा रहा है कि जिस पाथ-वे पर लोग रोजाना पैदल चलते हैं, उसी पर लोहे और स्टील के बड़े-बड़े स्ट्रक्चर खड़े किए जा रहे हैं, जहां फूड स्टॉल खुलेंगे। पर्यटन विभाग के इस फैसले से शुद्ध हवा के लिए गार्डन आने वाले लोग हैरान हैं. रायपुर नगर निगम सभापति प्रमोद दुबे ने भी बूढ़ातालाब पहुंचकर विरोध किया। दुबे ने कहा कि रायपुर में गिने चुने तालाब बचे हैं, जहां लोग सुबह चैन से मार्निंग वाक कर अच्छी सांस ले रहे. दुर्भाग्य का विषय है कि पर्यटन विभाग को बूढ़ातालाब हस्तांतरित कर दिया गया और पर्यटन विभाग द्वारा इसमें चौपाटी लगाई जा रही है।