रायपुर। शराब घोटाले (liquor scam)पर के एक्शन के बाद छत्तीसगढ़ में सियासत गरमाई हुई है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल इस एक्शन को विधानसभा में सवाल पूछने से रोकने (Prevented from asking questions in assembly)की कवायद बता रहे हैं। उनके इसी बयान पर भाजपा मीडिया सेल प्रमुख अमित चिमनानी ने पीसीसी चीफ से सवाल किए हैं।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल में हुए कथित शराब घोटाले पर एजेंसियां एक्शन में हैं। कई अफसरों, कांग्रेस से जुड़े लोगों के बाद अब शराब घोटाले में जांच की आंच पूर्व मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के घर तक पहुंच गई है। कांग्रेसी इस एक्शन को विधानसभा में सवाल पूछने पर मुंह बंद करने के लिए की जा रही डराने वाली कार्रवाई बता रहे हैं। इस पर प्रदेश भाजपा मीडिया सेल प्रभारी ने पीसीसी चीफ से सवाल पूछा है।
प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने x पर पोस्ट करके पीसीसी चीफ दीपक बैज और कांग्रेस संगठन से पूछा है कि, क्या वे अपने 33 विधायकों को सवाल न पूछने पर कांग्रेस से निष्काषित करने जा रहे हैं? उन्होंने आगे लिखा कि, भूपेश जी बार- बार इस बयान को दोहरा रहे हैं और साबित कर रहे हैं कि कांग्रेस के केवल 2 ही विधायक सवाल पूछते हैं? नेता प्रतिपक्ष भी सवाल नहीं पूछते? इस हिसाब से तो चरण दास महंत सहित सभी 33 कांग्रेस विधायकों को कांग्रेस से निष्कासित कर देना चाहिए?
उल्लेखनीय है कि, सोमवार को अपने घर पर दिनभर चली कार्रवाई के बाद देर शाम मीडिया से चर्चा करते हुए भी बघेल ने कहा था कि, पहले लखमा ने विधानसभा में सवाल पूछा तो को उनके घर भेज दिया गया। मैंने सवाल पूछा तो मेरे घर पहुंच गई। उनके अलावा भी कई कांग्रेस नेता इसी तरह की बात करते सुने गए हैं। वहीं लखमा ने भी जेल भेजे जाने से पहले दफ्तर से बाहर निकलकर इसी तरह की बात कही थी।