इंफाल, 15 अगस्त (आईएएनएस)। मणिपुर (Manipur) में 20 से अधिक वर्षों में पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर एक हिंदी फिल्म दिखाई जाएगी।
आदिवासी छात्रों के संगठन हमार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एचएसए) ने चुराचांदपुर के रेंगकाई (लाम्का) में मंगलवार शाम को एक हिंदी फिल्म दिखाने की योजना बनाई है।
एचएसए ने सोमवार देर रात जारी एक बयान में कहा कि वे देश के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंगलवार को सार्वजनिक रूप से एक हिंदी फिल्म प्रदर्शित करेंगे।
बयान में कहा गया, “यह आतंकी समूहों और मैतेई समर्थक मणिपुर राज्य सरकार के प्रति हमारी अवज्ञा और विरोध को दर्शाने के लिए है, जिन्होंने दशकों से आदिवासियों को अपने अधीन कर रखा है।”
इसमें दावा किया गया है कि कानून बहाल करने में भारतीय सेना के प्रयासों का समर्थन करने के लिए ग्रामीणों को “सबक” सिखाने के लिए 2006 में प्रतिद्वंद्वी “आतंकवादी” समूह यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट/कंगलेइपाक कम्युनिस्ट पार्टी के कैडरों द्वारा 20 से अधिक हमार महिलाओं, कुछ नाबालिगों के साथ बलात्कार किया गया था।
बयान में कहा गया, “स्वतंत्रता और न्याय के लिए हमारी लड़ाई जारी रखने का संकल्प लेने में हमारे साथ शामिल हों।”
एचएसए ने आगे कहा कि मणिपुर में 20 साल से अधिक समय से हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। आखिरी फिल्म जो सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित की गई थी, जैसा कि हम समझते हैं, 1998 में “कुछ कुछ होता है” थी।
बयान में कहा गया, “हम उन राष्ट्र-विरोधी आतंकवादी समूहों से अपनी ‘आज़ादी’ की घोषणा करेंगे जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस के बहिष्कार की घोषणा की है।”
हालांकि, एचएसए ने मंगलवार को प्रदर्शित होने वाली हिंदी फिल्म के नाम का खुलासा नहीं किया।