आईएएनएस रिव्यू: ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में अनोखी दिखीं इंसान और रोबोट की लव स्टोरी, गुदगुदाने वाली फैमिली कॉमेडी

By : dineshakula, Last Updated : February 9, 2024 | 12:27 pm

फिल्म: तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया

फिल्म की अवधि: 143 मिनट

निर्देशक: अमित जोशी और आराधना

साह निर्माता: दिनेश विजन, ज्योति देशपांडे और लक्ष्मण उतेकर

आईएएनएस रेटिंग: 4

स्टार कलाकार: शाहिद कपूर, कृति सेनन, धर्मेंद्र, डिंपल कपाड़िया, राकेश बेदी, अनुभा फतेहपुरिया, राजेश कुमार और राशुल टंडन

नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ इंसानी भावनाओं की उलझनों और इंसान और रोबोट के बीच रिलेशनशिप पर आधारित कहानी है। फिल्म के हर मोड़ पर बेहरतीन ट्विस्ट एंड टर्न देखने को मिलेंगे।

फिल्म निर्माता अमित जोशी और आराधना साह की जोड़ी ने फिल्म में अनोखा नैरेटिव प्रस्तुत किया है, जो सामाजिक मानदंडों को चुनौती देती है, इंसान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के बीच धुंधले रिश्ते की पड़ताल करती है।

‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में शाहिद आर्यन के किरदार में है, वहीं कृति सेनन (Kriti Sanon) सिफरा के रोल में है। फिल्म में शाहिद रोबोटिक्स इंजीनियर है और कृति हाईली इंटेलिजेंस रोबोट है, जिसे आर्यन की मौसी उर्मिला यानी डिंपल कपाड़िया ने बनाया है।

सिफरा के रोबोट होने की बात से बेखबर शाहिद को उससे प्यार हो जाता है। जैसे-जैसे उनका रिश्ता आगे बढ़ता है, फिल्म की कहानी में ट्विस्ट एंड टर्न देखने को मिलते हैं।

शाहिद कपूर ने आर्यन के किरदार बेहद शानदार तरीके से निभाया है। वहीं सिफरा के किरदार में कृति सेनन बेहद फिट हैं। उनकी मासूमियत लोगों के दिलों को छू जाएगी।

अपने इंडिविजुअल परफॉर्मेंस से परे, शाहिद कपूर और कृति सेनन एक नेचुरल बॉन्ड शेयर करते हैं, जो स्क्रीन पर प्रदर्शित होता है। उनकी केमिस्ट्री ऑर्गेनिक और अप्रत्याशित लगती है, जिससे दर्शकों को कहानी में पूरी तरह से डूबने और अपने पात्रों से जुड़े रखने में मदद करता है।

फिल्म में आर्यन के बुद्धिमान और सर्पोटिव दादा के रूप में एक्टर धर्मेंद्र हैं। उनके अलावा, कास्टिंग में राकेश बेदी, अनुभा फतेहपुरिया, राजेश कुमार, ग्रुशा कपूर, ब्रिजेश शुक्ला और राशूल टंडन भी शामिल हैं।

‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ की स्टोरी टेलिंग चुनौतियों की क्षमता का एक प्रमाण है। फिल्म तेज गति से आगे बढ़ती है और इसमें कई मजेदार मोड़ भी हैं, जो इसे एक अप्रत्याशित, बेहद मनोरंजक, सिनेमाई रूप से सुंदर और गुदगुदाते हैं।

फिल्म का कॉन्सेप्ट और स्क्रीनरप्ले शानदार है। अमित जोशी और आराधना साह की उनके बोल्ड विजन के लिए सराहना की जानी चाहिए।

‘लाल पीली अखियां’, ‘अखियां गुलाब’, ‘तुम से’ और सदाबहार गाना ‘तेरी बातों में’ जैसे हिट गानों के साथ फिल्म का म्यूजिक पहले से ही फैंस के बीच ट्रेंड कर रहा है।

‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ रोमांस, कॉमेडी और सोशल कॉमेंट्री का एक जबरदस्त मिश्रण है, जो दर्शकों को एक अनूठा सिनेमाई अनुभव प्रदान करता है।

अपने शानदार प्रदर्शन, सम्मोहक कहानी और एआई की नैतिकता के साथ, यह फिल्म उन लोगों को जरुर देखनी चाहिए, जो फिल्मों में कुछ नया चाहते हैं।

मैडॉक फिल्म प्रोडक्शन की इस फिल्म का निर्माण दिनेश विजान, ज्योति देशपांडे और लक्ष्मण उतेकर ने किया है।