मुंबई, 9 मई | हाल ही में रिलीज हुई स्ट्रीमिंग शॉर्ट फिल्म ‘द हॉन्टिंग’ (The Haunting) में अपने काम के लिए सराहना बटोर रहीं एक्ट्रेस गुल पनाग (Gul Panag) का मानना है कि भारत में हॉरर जॉनर को अभी अपनी वास्तविक क्षमता तक पहुंचना बाकी है। एक्ट्रेसक (Gul Panag) ने शॉर्ट फिल्म में एक मनोचिकित्सक की भूमिका निभाई है, जिसमें एरिका फर्नाडीस और प्रकृति मिश्रा भी हैं। हॉरर शॉर्ट फिल्म मौसमी नाम की एक लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है, जिस पर भूतों का साया है और उस पर अपने सबसे करीबी दोस्त की हत्या का आरोप है। यह फिल्म वास्तविक घटनाओं पर आधारित बताई जा रही है और इसका निर्देशन तनवीर बुकवाला ने किया है।
हॉरर जॉनर (horror genre) पर अपने विचार साझा करते हुए, एक्ट्रेस ने कहा, हॉरर-थ्रिलर जॉनर पर मेरे दो विचार हैं, पहला अभिनेता के रूप में और दूसरा एक दर्शक के रूप में। एक अभिनेता के रूप में मेरा विचार है कि हमने भारत में हॉरर-थ्रिलर जॉनर के साथ न्याय नहीं किया है। हमने एक ही तरह का हॉरर-थ्रिलर जॉनर किया है। जबकि इसका दायरा काफी बड़ा है।
उन्होंने कोरियाई और जापानी हॉरर के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोर डाला, जिसने पूरी दुनिया में मानक स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा, देखिए बाकी दुनिया क्या कर रही है। कोरियाई अपनी हॉरर जॉनर के साथ क्या कर रहे हैं। जापानी आगे हैं। बेशक, हॉलीवुड ने लंबे समय तक अविश्वसनीय हॉरर किया है। इसलिए, मुझे लगता है कि हॉरर में परफॉर्मेस करने की गुंजाइश, इंक्रेडिबल विजुअल इफेक्ट्स वाली फिल्मों का हिस्सा बनने की गुंजाइश बहुत बड़ी है।
उन्होंने आगे कहा, अब, एक दर्शक के रूप में मुझे व्यक्तिगत रूप से डरावनी फिल्में देखने से डर लगता है। अगर आप शानदार फिल्में बनाते हैं, तो दर्शक डर जाएंगे, जो एक डरावनी फिल्म का प्रमुख लक्ष्य है।
‘द हॉन्टिंग’ फिलहाल अमेजन मिनी टीवी पर उपलब्ध है।(आईएएनएस)