उर्मिला मातोंडकर ने दिसंबर को बताया तनाव और अव्यवस्था दूर करने का समय

सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाली अभिनेत्री उर्मिला अक्सर अपने पोस्ट साझा करती रहती हैं। उन्होंने ताजा पोस्ट में कहा कि नए साल का जश्न मनाने का सबसे अच्छा तरीका आंतरिक शांति लाना है।

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  • Publish Date - December 20, 2024 / 12:04 PM IST

मुंबई। 20 दिसंबर (आईएएनएस) । अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) का कहना है कि चूंकि यह दिसंबर है, इसलिए यह समय तनाव और अव्यवस्था को दूर करने का समय है। उर्मिला ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें वह पार्क में बैठकर ध्यान लगाती नजर आईं।

सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाली अभिनेत्री उर्मिला अक्सर अपने पोस्ट साझा करती रहती हैं। उन्होंने ताजा पोस्ट में कहा कि नए साल का जश्न मनाने का सबसे अच्छा तरीका आंतरिक शांति लाना है।

अभिनेत्री ने कैप्शन में लिखा, “सुप्रभात, चूंकि यह दिसंबर है, तनाव दूर करने और अव्यवस्था दूर करने का समय है। नए साल के लिए तैयार होने का इससे बेहतर तरीका और क्या हो सकता है कि आप आंतरिक शांति लाएं और अपने शरीर और आत्मा से जुड़ें।”

अभिनेत्री ने आगे लिखा, “हमारे आस-पास मौजूद सकारात्मकता और अच्छाइयों को महसूस करें। हर समय आभारी, सहानुभूतिपूर्ण बनने की कोशिश करें।”

उर्मिला ने 1977 की फिल्म ‘कर्मा’ में एक बच्चे के रूप में अपनी शुरुआत की थी। उन्हें 1983 में ‘मासूम’ से पहचान मिली थी। उनकी पहली मुख्य भूमिका वाली मलयालम फिल्म ‘चाणक्यन’ थी, जो कि 1989 में रिलीज हुई थी। हिंदी सिनेमा में उनकी मुख्य भूमिका वाली फिल्म 1991 में आई ‘नरसिम्हा’ थी। उर्मिला राम गोपाल वर्मा की रोमांटिक-ड्रामा 1995 की ब्लॉकबस्टर ‘रंगीला’ से बॉलीवुड में छा गई थीं।

इन फिल्मों के बाद अभिनेत्री ‘जुदाई’, ‘सत्या’, ‘खूबसूरत’, ‘जंगल’, ‘थाचोली वर्गीस चेकावर’, ‘एंथम’, ‘गायम’, इंडियन’, ‘कौन’, ‘प्यार तूने क्या किया’, ‘भूत’, ‘एक हसीना थी’, ‘पिंजर’ और ‘बस एक पल’ जैसी फिल्मों में काम कर अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराई।

उर्मिला ‘झलक दिखला जा’ (2007) और ‘डीआईडी ​​सुपर मॉम्स’ (2022) समेत कई डांस शो में भी जज के रूप में नजर आ चुकी हैं।

उर्मिला आखिरी बार स्क्रीन पर साल 2014 में रिलीज हुई सुजय दहाके द्वारा निर्देशित ‘अजोबा’ नामक मराठी फिल्म में नजर आई थीं।