जर्मनी के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ऑफ टूबिंगन, जर्मन सेंटर फॉर डायबिटीज रिसर्च (डीजेडडी) और हेल्महोल्ट्स म्यूनिख के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए इस अध्ययन में नई बातें पता चली हैं।
कचूर एक बहुउपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है, जो कैंसर, पाचन, त्वचा, श्वसन और हड्डियों की समस्याओं के लिए फायदेमंद है
यह गर्भकालीन मधुमेह, समय से पहले जन्म का खतरा और उच्च रक्तचाप जैसी जटिलताओं का पता 11 सप्ताह की गर्भावस्था में ही लगा सकता है।
इसलिए, भले ही कुछ नॉन ओपियोइड पाइपलाइन में है, लेकिन बहुत असरदार नॉन ओपियोइड दवाओं की अभी भी कमी है, और यह एक बड़ा मौका है
हमारी आंत में खरबों बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्म जीव होते हैं, जिन्हें मिलाकर माइक्रोबायोम कहा जाता है। ये जीव हमारे पाचन तंत्र में रहते हैं और हमारे स्वास्थ्य पर असर डालते हैं।
महाराष्ट्र के पुणे में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। अब तक 183 मरीजों में जीबीएस का उपचार किया गया है,
नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के वैस्कुलर इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट और एंडोवैस्कुलर सर्जन डॉ. पुनीत गर्ग ने बताया कि अल्कोहल के सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ता है और यह 20 से अधिक प्रकार के कैंसर का कारण बन सकता है।
कुछ साल पहले यूएस के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (एनसीबीआई) में एक रिपोर्ट छपी। बताया गया कि अर्जुन के जलीय अर्क ने मेंढक के हृदय की मांसपेशियों के संकुचन के बल को बढ़ा दिया। वहीं खरगोश के दिल में भी गजब का काम किया
यह रिसर्च महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस बीमारी से पीड़ित कई प्रतिभागियों ने अन्य आईबीडी ट्रीटमेंट पर प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
कई अध्ययनों से पता चला है कि मधुमेह के रोगियों की इंसुलिन उत्पादक अग्नाशय कोशिकाओं में माइटोकॉन्ड्रिया असामान्य होते हैं और वे ऊर्जा उत्पन्न करने में असमर्थ होते हैं।