सुबह की ये दो आदतें शुगर के मरीजों के लिए रामबाण, डायबिटीज रहेगा कंट्रोल में
By : dineshakula, Last Updated : November 6, 2025 | 1:06 pm
दिल्ली:आजकल अनियमित जीवनशैली और तनाव के कारण शुगर यानी डायबिटीज (diabetes) एक आम बीमारी बन चुकी है। बढ़ती उम्र, गलत खानपान और शारीरिक निष्क्रियता से शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है, जिससे इंसुलिन बनने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। हालांकि, अगर सुबह की शुरुआत कुछ प्राकृतिक तरीकों से की जाए तो शुगर को प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह की दो आदतें शुगर के मरीजों के लिए “संजीवनी” का काम कर सकती हैं — पहला है गुनगुने पानी के साथ मेथी या दालचीनी का सेवन, और दूसरा है 20 मिनट की सुबह की सैर और सूरज की रोशनी ग्रहण करना।
गुनगुना पानी और मेथी/दालचीनी का सेवन:
रात में मेथी के दानों को पानी में भिगो दें और सुबह उसी पानी को हल्का उबालकर पीएं। मेथी में मौजूद एंटी-डायबिटिक तत्व रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करते हैं और शरीर में जमा अशुद्धियों को दूर करते हैं। अगर मेथी का स्वाद पसंद नहीं है, तो उसकी जगह दालचीनी का उपयोग किया जा सकता है।
दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो इंसुलिन हार्मोन के स्राव को बढ़ाते हैं और पैंक्रियाज को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करते हैं। सुबह गर्म पानी पीने से मेटाबॉलिज्म भी तेज होता है, जिससे पाचन बेहतर रहता है और शरीर ऊर्जा से भर जाता है।
सुबह की सैर और धूप का सेवन:
दूसरा असरदार तरीका है रोजाना सुबह कम से कम 20 मिनट की सैर करना और सूर्य की रोशनी लेना। किसी पार्क में नंगे पैर घास पर चलना या धीमी चाल में लंबी वॉक करने से न सिर्फ ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है, बल्कि तनाव भी कम होता है।
सूरज की रोशनी से शरीर को विटामिन D की प्राकृतिक डोज मिलती है, जो हार्मोनल बैलेंस और इंसुलिन की कार्यक्षमता को बढ़ाती है। इससे दिनभर स्फूर्ति बनी रहती है और भूख का स्तर भी नियंत्रित रहता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि शुगर के मरीजों को कभी भी लंबे समय तक खाली पेट नहीं रहना चाहिए। छोटी-छोटी भूख लगने पर पौष्टिक चीजें जैसे फल, ड्राई फ्रूट्स या सलाद का सेवन करना चाहिए ताकि शुगर का स्तर स्थिर बना रहे।




